अक्टूबर में बेरोजगारी दर बढ़ी

देश में बेरोजगारी दर पिछले 6 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच चुकी है। अप्रैल 2025 में बेरोजगारी दर 7.7 फीसद थी, जो अक्टूबर 2025 में भी 7.5 फीसद पर आ गई है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी की रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर महीने में एग्रीकल्चर सेक्टर में रोजगार को बढ़ावा मिला है। इस तेजी के बाद भी ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी दर बढ़कर 7.6 फीसद पर आ गई। इसके अलावा शहरी बेरोजगारी दर में 7.4 फीसद हो गई। ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी दर में उछाल के बाद भी कृषि क्षेत्र में एक करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है, जिसके पीछे का कारण है रबी की फसलों की बुवाई और खरीफ की फसलों की कटाई लेकिन उसके बाद भी ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी दर बढ़ गई है, जो 7.6 फीसद हो गई। अगस्त 2025 में बेरोजगारी दर 6.3 फीसद पर थी। इसके बाद सितंबर महीने में बेरोजगारी दर 6.4 फीसद पर आ गई। अप्रैल महीने में ये दर 7.7 फीसद थी। अब भारत में अनइंप्लॉयमेंट रेट पिछले 6 महीने के हाई पर पहुंच चुकी है।देश में अक्टूबर महीने में नवरात्रि, दशहरा, दिवाली जैसे कई त्यौहार आए। इन त्योहारों के कारण नई नियुक्तियों में कमी आई है। नई भर्तियों के मामले में बैंकिंग क्षेत्र में 24 फीसद और आईटी क्षेत्र में 15 फीसद की गिरावट हुई है। इसके अलावा अक्टूबर महीने में सालाना आधार पर नई नौकरियों में 9 फीसद कमी आई है।पिछले कुछ महीनो में न केवल निर्माण उद्योग बल्कि अन्य सर्विस में भी नौकरी में आ रही गिरावट के कारण लोग कृषि की तरफ रुख कर रहे हैं। पिछले महीने निर्माण और सर्विस सेक्टर में लाखों लोगों का काम छिन गया। मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस इंडस्ट्री में लगभग 38 लाख लोगों ने नौकरी गंवाई।
इसके अलावा कई दिहाड़ी मजदूरों को भी रोजगार नहीं मिला जिसके कारण कई लोग खेती की तरफ गए। नौकरी में कमी आने के पीछे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग को भी माना जा रहा है। एआई के बढ़ते इस्तेमाल के कारण कई लोगों की नौकरियां छिन रही है। (हिफी)



