खेल-खिलाड़ीलेखक की कलम

शाबाश! मनु भाकर

 

पेरिस ओलंपिक में भारत की मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजी मंे कांस्य पदक जीतकर भारत को पहला पदक दिलाया है। इसके बाद पदकों की झड़ी लग जाएगी, ऐसी उम्मीद है। ओलंपिक मंे निशानेबाजी मंे पदक का सूखा पड़ गया था। अब मनु भाकर ने 12 साल के बाद इस सूखे को खत्म किया है। इसके साथ ही नारी शक्ति का भी परचम ऊंचा हुआ है। मनु भाकर ने निशानेबाजी मंे पहला पदक जीतने वाली महिला का रिकार्ड भी बनाया है। देश का गौरव बढ़ा और साथ ही हरियाणा राज्य ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वहां खेल की प्रतिभा भरी पड़ी है। भारत का हरियाणा राज्य मुक्केबाजों और पहलवानों के नाम से जाना जाता है। यहां की मिट्टी से निकले एथलीटों ने पूरी दुनिया में अपना परचम फहराया है। मनु भाकर भी हरियाणा के झज्जर की देन हैं। झज्जर मंे जन्मी मनु भाकर ने स्कूल के दिनों मंे टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी मुकाबलों मंे हिस्सा लिया। इसके अलावा उन्हांेने राष्ट्रीय स्तर पर थानटा नामक मार्शल आर्ट में भी पदक जीता है। इन सभी के बीच उन्हांेने सबसे ज्यादा रुचि शूटिंग मंे दिखाई और आज उसी का नतीजा है कि मनु भाकर ने पिस्टल निशानेबाजी मंे भारत को 12 साल के बाद ओलंपिक पदक दिलाया है। पूरा देश उनकी जय जय कर रहा है। मनु भाकर की खुशी का सिर्फ अनुमान लगाया जा सकता है, उसे शब्दों मंे बयान नहीं किया जा सकता।

मनु भाकर ने 14 साल की उम्र मंे शूटिंग मंे अपना करियर बनाने का फैसला किया था। उस समय रियो ओलंपिक 2016 का समापन हो रहा था। मनु भाकर ने अपने पिता रामकिशन भाकर से शूटिंग पिस्टल दिलाने की फरमाइश की। रामकिशन जी अपनी बेटी के हुनर को जानते थे लेकिन उनकी कुछ मजबूरियां भी थीं। इसलिए रामकिशन ने मनु भाकर को शूटिंग पिस्टल की जगह एक बंदूक खरीद कर दी। मनु भाकर उसी से निशाना लगाने लगी। रामकिशन जी का यह एक ऐसा फैसला था जिसने मनु भाकर को ओलंपियन बना दिया। मनु भाकर की लगन रंग लायी और 2017 की राष्ट्रीय शूटिंग चैम्पियनशिप में उन्हांेने ओलंपियन और विश्व नम्बर एक हिना सिद्धू को आश्चर्यचकित कर दिया। मनु ने 242.3 प्वाइंट के साथ नया रिकार्ड बनाया और 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजी के फाइनल मंे हिना सिद्धू को हरा दिया।

मनु भाकर सनातन धर्म में विश्वास करती हैं। ओलंपिक मेडल जीतने के बाद उन्होंने श्रीमद्भागवत गीता को लेकर बयान दिया है। उन्हांेने कहा कि वह भगवान श्रीकृष्ण की भक्त हैं और आखिरी पलों में जब वह कांस्य पदक के लिए निशाना साध रही थीं तब योगेश्वर कृष्ण ही उनके ध्यान में थे। मनु भाकर कहती हैं कि यथासंभव वह रोज भागवत गीता पढ़ती हैं और कर्म करने पर काफी विश्वास रखती हैं। भविष्य को लेकर ज्यादा नहीं सोचती हैं। मनु भाकर का कहना है कि वह अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन करने पर ध्यान देती हैं। वह पेरिस ओलंपिक-2024 मंे कई इवेन्ट्स में हिस्सा लेने वाली अकेली भारतीय एथलीट हैं। मनु भाकर महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल, जिसमंे कांस्य पदक जीता है इसके साथ ही 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पद्र्धा में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं। मनु भाकर ने 2023 एशियन शूटिंग चैम्पियनशिप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पद्र्धा मंे पांचवें स्थान पर रहने के बाद ही पेरिस ओलंपिक-2024 मंे अपना स्थान पक्का किया था।

पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरूआत हो गई है, जिसमें 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत को मनु भाकर ने गौरवान्वित किया है। इसके चलते सोशल मीडिया के जरिए उन्हें बधाई दी जा रही है। इसी बीच बॉलीवुड सेलेब्स ने भी मनु भाकर को बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया है। इनमें प्रीति जिंटा, दीपिका पादुकोण, राजकुमार राव से लेकर जैकी श्रॉफ और करीना कपूर जैसे सितारों का नाम शामिल है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने बधाई दी है।

भारत ने आखिरी बार 2012 में लंदन ओलंपिक में निशानेबाजी में पदक जीता था। रैपिड-फायर पिस्टल शूटर विजय कुमार ने रजत और गंगन नारंग ने कांस्य पदक जीता था। गौरतलब है कि 2021 के टोक्यो ओलंपिक में मनु भाकर को पिस्टल में खराबी के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से पेरिस में उन्हें कांस्य पदक मिला। मनु भाकर ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज हैं।

स्टार शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में इतिहास रच दिया है। मनु ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। पेरिस ओलंपिक में भारत का यह पहला मेडल है। मनु करियर के दूसरे ओलंपिक में पदक जीतने में सफल रहीं। उन्होंने 221.7 स्कोर के साथ ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया। मनु भाकर 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक के साथ ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गई हैं। इस पदक के साथ भारत का ओलंपिक में शूटिंग में 12 साल का मेडल का सूखा भी खत्म हो गया।

मनु ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में 221.7 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। भारतीय निशानेबाज जब बाहर हुईं तो दक्षिण कोरिया की येजी किम से सिर्फ 0.1 अंक पीछे थीं जिन्होंने अंततरू 241.3 अंक के साथ रजत पदक जीता। किम की हमवतन ये जिन ओह ने 243.2 अंक के फाइनल के ओलंपिक रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। लंदन ओलंपिक 2012 के बाद भारत का निशानेबाजी में यह पहला ओलंपिक पदक है। रियो ओलंपिक 2016 और टोक्यो ओलंपिक से भारतीय निशानेबाज खाली हाथ लौटे थे। 22 साल की निशानेबाज मनु भाकर ने क्वालिफिकेशन राउंड में 580 का स्कोर कर तीसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई। मनु भाकर ने क्वालिफिकेशन के 6 सीरीज में 97, 97, 98, 96, 96 और 96 अंक हासिल किए। भारत 2004 के बाद पहली बार शूटिंग के किसी महिला व्यक्तिगत इवेंट के फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुआ है। इस प्रकार मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला पदक दिला दिया है और अब भारत की झोली मंे कई पदक आएंगे। (हिफी)

(मोहिता स्वामी-हिफी फीचर)

 

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