ईरान के शहीद मेजर हमजा की बीवी ने खामनेई को बताई अपनी आरजू

इजरायल ने 26 अक्टूबर को ईरान पर हवाई हमला किया था। इस हमले में इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था। इजरायल की तरफ से किए इस हमले में 4 ईरानी सैनिकों की भी मौत हो गई थी। इन हमलों में मारे गए सैनिकों में से एक मेजर हमजे जहां थे। उन्होंने बेहद कम उम्र में देश के लिए शहादत दे दी थी। वो अपने पीछे अपनी बीवी,3 महीने का एक बच्चा और सात साल की बेटी को छोड़ कर गए हैं। इसी बीच मेजर हमजे जहां की बीवी ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा, मेरे लीडर, मैं शहीद मेजर हमजे जहां की बीवी हूं। मेरे पति का शरीर मेरे पास टुकड़ों में पहुंचा था। मेरे पति ने इस्लामिक रिपब्लिक और इस्लाम के लिए खुद को कुर्बान कर दिया। मेरे बच्चे अब अपने पिता को कभी नहीं देख पाएंगे।
हमजे की बेगम कहा, मैंने अपने पति से वादा किया था कि मैं उनकी शहादत पर आंसू नहीं बहाउंगी। मैं उस दिन अपने आंसू को बहाऊंगी, जब मैं अल-अक्सा मस्जिद में जा कर इबादत कर पाऊंगी। मेरे पति की शहादत के बाद ईरान के हजारों शेर उठ खड़े हुए हैं। वो इस मकसद की मशाल को आगे लेकर जाएंगे और आपके नेतृत्व में इजरायल को तबाह कर देंगे। इससे पहले अपने पति की शहादत पर उन्होंने कहा था कि अगर जरूरत पड़ेगी तो वो अपने छोटे-छोटे बच्चों को भी ईरान के लिए कुर्बान कर देंगी। उन्होंने कहा था कि उनके पति ईरान के लिए शहीद हुए हैं। इस वजह से वो इसका दुःख नहीं मनाएंगी।