सीरिया से शुरू हो सकता है विश्वयुद्ध!

सीरिया में रूस ने हवाई हमला करके 300 लाशें बिछा दी हैं। रूस का हवाई हमला सीरिया के इदलिब और हमा में हुआ, जहां तुर्की समर्थक आतंकी ग्रुप तूफानी हमले करके सीरिया के शहरों पर कब्जा करते जा रहे हैं। अब इस युद्ध में राष्ट्रपति बशर अल असद को रूस ने सैन्य मदद भेजने का ऐलान किया है। वहीं तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन अरब अलायंस को युद्ध में उतारना चाहते हैं। सवाल है कि क्या यूक्रेन से पहले सीरिया से ‘वर्ल्ड वॉर’ शुरू होने जा रही है? ये युद्ध रूस यूक्रेन से ज्यादा विस्फोटक है। ये युद्ध इजरायल-हिजबुल्लाह से ज्यादा विनाशकारी है। इस युद्ध में महाशक्तियां उतर गई हैं। गाजा की बर्बादी इसके आगे कुछ भी नहीं, राफा की तबाही भी इतनी नहीं हुई, जितना खून खराबा इस वॉर जोन में शुरू हो चुका है। इस नए युद्ध का पहला एपिसोड ही नरसंहार से शुरू हुआ है। एक हमले में 300 लाशें बिछ गई हैं। एक पूरा शहर बारूदी खंडहर बन गया है। बम धमाके और मिसाइलों की ऐसी बौछार हो रही है, जिसे बयां करना मुश्किल है। सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर अलप्पो पर तुर्की समर्थित विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया है, जिसके बाद इस वॉर जोन में रूस भी कूद गया है। पुतिन की मिसाइलें फट रही हैं।
यह खेमेबंदी कुछ-कुछ वैसी ही है जैसी हिजबुल्लाह और हमास जंग की है। फर्क बस इतना है कि सीरिया में अमेरिका और रूस का डायरेक्ट दखल है, यानी जो टकराव यूक्रेन युद्ध में टल गया वो अब फाइनल स्टेज पर पहुंच गया है। पहला हमला तुर्की की शह पर हयात अल तहरीर लड़ाकों ने किया था, जिसका जवाब देने में रूस ने देर नहीं लगाई है। अब पलटवार की बारी तुर्की की है, जिसका प्लैन बेहद खौफनाक है। तुर्की के लिए बशर अल असद के तख्तापलट का सबसे अच्छा मौका हाथ आया, जिस पर एर्दोआन आगे बढ़ चुके हैं। अमेरिका भी यही चाहता है कि सीरिया से बशर को बेदखल किया जाए।