योगी आदित्यनाथ का संकल्प

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा की नरेन्द्र मोदी सरकार ने जो वादा किया है कि सभी का बिना भेदभाव के विकास किया जाएगा, उस पर यूपी की सरकार पूरी तरह अमल कर रही है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि सबका विकास-सबका साथ सिर्फ नारा (स्लोगन) नहीं है बल्कि यह हमारा संकल्प है। योगी आदित्यनाथ ने यह बात बीते दिनों (12 दिसम्बर को) लखनऊ मंे विकसित भारत संकल्प यात्रा के लगभग चार लाख लोगों से वर्चुअल संवाद करते हुए कही थी। विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत मोदी जी की गारंटी वैन गांव-गांव, नगर-नगर पहुंच रही है। देश भर मंे यह संकल्प यात्रा चल रही है। इस यात्रा का उद्देश्य ही यह है कि भारत को कैसे विकसित राष्ट्र बनाया जाए। भाजपा ने इसका संकल्प लिया है कि हम भारत को विकसित राष्ट्र बनाएंगे। उत्तर प्रदेश जैसे सबसे बड़े राज्य की इसमंे महत्वपूर्ण भूमिका है। योगी आदित्यनाथ ने इसीलिए प्रदेश की जनता से आह्वान किया है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा जहां-जहां पहुंचे, वहां इसका गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिन लोगों को केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है, वह लोग मोदी की गारंटी वैन के सामने लाए जाएं और उनसे उनकी जुबानी उनकी कहानी सुनी जाए। इस प्रकार उनके अनुभव अन्य लोगों को भी प्रेरणा प्रदान करेंगे।
हाल ही में सम्पन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में तीन बड़े राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ मंे सरकार बनाने के बाद आगामी लोकसभा चुनाव के लिए यह संकल्प यात्रा काफी असरदायी साबित होगी। इससे केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का प्रचार होगा। साथ ही पता चलेगा कि कितने लोगों को वास्तव में योजनाओं का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने गांव में आवास, शौचालय, रसोई गैस सिलंेडर, मुफ्त राशन, किसान सम्मान निधि, इलाज के लिए आयुष्मान बीमा जैसी योजनाएं चला रखी हैं। इन योजनाओं के पात्र व्यक्ति अब भी अगर वंचित रह गये हैं तो उन्हें मोदी की गारंटी वैन के पास लाया जाएगा और योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। विकसित भारत संकल्प यात्रा 490 ग्रामीण क्षेत्रों और 18 नगरीय क्षेत्रों से गुजर रही है और चार लाख के करीब लोग यात्रा से सीधे जुड़े हैं।
विकसित भारत संकल्प यात्रा का उद्देश्य है कि सरकार जो भी कल्याणकारी योजनाएं चलाती है, उनका लाभ पात्र लोगों को मिलना चाहिए। जाहिर है कि योजनाओं को संचालित करना ही पर्याप्त नहीं होता है क्योंकि इससे सरकार मौखिक वाहवाही तो प्राप्त कर लेती है लेकिन जब तक पात्र लोगों को उन योजनाओं से जोड़ा नहीं जाता, तब तक योजनाआंे का लाभ नहीं मिल पाता है। उत्तर प्रदेश मंे योगी आदित्यनाथ के लगभग साढ़े नौ वर्षों के कार्यकाल मंे तीन करोड़ शौचालय बने हैं। योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि सरकार की योजनाओं से जुड़ने का अर्थ है जीवन मंे खुशहाली लाना। योगी ने यूपी की पूर्ववर्ती सरकारों की चर्चा करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में लाभार्थियों की ठीक सूची ही नहीं बनायी थी। योजनाएं भी कम थीं। आवास जैसी योजनाएं बनायी गयी थीं लेकिन जब सूची ही सही नहीं थी तो पात्र लोगों को योजनाओ का लाभ कैसे मिलता? केन्द्र की भाजपा सरकार और यूपी की योगी सरकार ने सूची बनवायी। इस प्रकार नये सिरे से लाभार्थियों का चयन हुआ। मोदी की साढ़े नौ वर्षों की सरकार के दौरान देश भर में 12 करोड़ घरों में शौचालय बने हैं। इनमंे से साढ़े तीन करोड़ शौचालय अकेले उत्तर प्रदेश मंे हैं।
मुख्यमंत्री योगी बताते हैं कि इससे पहले की सरकारें यह सोचती ही नहीं थीं कि गरीबों के घर मंे भी शौचालय बने। उनके पास घर भी नहीं थे। वह झोपड़ी डालकर रहते थे। इसी प्रकार किसानों को लेकर भी पूर्ववर्ती सरकारों की सोच अच्छी नहीं थी। मोदी की सरकार ने किसानों की आर्थिक कठिनाई को महसूस किया। महाजनों के हाथों मंे किसानों की गर्दन न फंसे इसके लिए किसान सम्मान निधि देने का फैसला किया गया। इस समय लगभग 12 करोड़ किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत दो-दो हजार की किस्तें मिल रही हैं। योगी के अनुसार यूपी के 2 करोड़ 63 लाख किसान इस योजना से लाभान्वित हो रहे है। इसी प्रकार गरीबों को जो झोपड़ी में किसी तरह गुजर-बसर करते थे, देश भर में ऐसे 4 करोड़ लोगों को और उत्तर प्रदेश मंे 55 लाख लोगों को अपनी छत नसीब हुई है।
उत्तर प्रदेश को अब औद्योगिक प्रदेश के रूप में भी देखा जाता है। विदेशी कंपनियां यूपी में निवेश करना चाहती हैं। माना जा रहा है कि लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये की निवेश योजनाएं तैयार हैं। इस प्रकार अब तक 1793 परियोजनाएं तैयार हैं जो डिफेन्ड काॅरिडोर, लाॅजिस्टिक हब, आईटी पार्क, सोलर पावर पार्क और बल्क ड्रग पार्क से जुड़ी है। जापानियों के लिए तो एक अलग सिटी बनाने की तैयारी योगी सरकार ने कर ली है। इसमंे सेमी कंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स (आईई), ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी, सोलर एनर्जी और आॅटोमोबाइल सेक्टर शामिल होगा।
विकसित भारत संकल्प यात्रा मंे केन्द्र सरकार की योजनाओं के साथ ही राज्य सरकार की योजनाओं के लाभान्वितों से संवाद किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 8 प्रमुख योजनाएं हैं जिनसे लाखों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। इसमें से प्रमुख है बेसहारा महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को पेंशन योजना। इस योजना के तहत योगी सरकार 98.28 लाख लोगों को 1 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। संकल्प यात्रा के दौरान ऐसे लोगों के अनुभव भी सुने जाएंगे और यदि कोई पात्र व्यक्ति इस योजना के लाभ से वंचित रह गया है तो उसे योजना से जोड़ा जाएगा। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सामूहिक विवाह योजना भी चलाती है। इसका लाभ अब तक लगभग 4 लाख लोगों को मिल चुका है। लड़की की शादी के लिए सरकार से मिलने वाली ग्रांट भी 35 हजार रुपये से बढ़ाकर 51 हजार रुपये कर दी गयी है। योगी की सरकार लड़कियों की शादी में अल्पसंख्यक समुदाय की भी मदद करती है। अल्पसंख्यक समुदाय की 1 लाख 25 हजार लड़कियों को इस योजना के तहत अब तक 254 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी गयी है।
योगी की सरकार अनुसूचित जनजाति के लोगों के विकास के लिए भी योजनाएं चला रही है। आदिवासियों के उत्थान का मुद्दा नरेन्द्र मोदी सरकार की प्राथमिकता मंे शामिल हो गया है। इसी के तहत छत्तीसगढ़ मंे इस बार आदिवासी समुदाय से विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाया गया है। उत्तर प्रदेश मंे भी योगी आदित्यनाथ की सरकार एसटी समुदाय के 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्काॅलरशिप योजना चला रही है। इस योजना का लाभ 6659174 बच्चों को मिल चुका है। संकल्प यात्रा में इनके अनुभव भी दूसरे बच्चो को प्रेरित करेंगे। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)