लेखक की कलमसम-सामयिक

बर्बरता पर योगी की पुलिस का प्रहार!

कानून व्यवस्था को लेकर जीरो

 

कानून व्यवस्था को लेकर जीरो टालरेंस के लिए चर्चित संन्यासी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के उत्तर प्रदेश में हाल ही में लड़कियों महिलाओं के साथ घटित दो वारदातों ने देश भर का ध्यान खींचा है। इन में पवित्र धर्मनगरी अयोध्या में झूला मेले में ड्यूटी देने जा रही महिला कांस्टेबल के साथ तीन बदमाशों द्वारा चलती ट्रेन में की गयी बर्बरता और अंबेडकर नगर में एक राह गुजरती छात्रा के साथ मनचलों की दुपट्टा खींचने की वारदात के दौरान एक बाइक से टकरा कर नाबालिग छात्रा की मौत की दिल दहला देने वाली वारदातें शामिल हैं। योगी बाबा की पुलिस और बर्बरता करने वाले अपराधियों के बीच जंग जारी है। यूपी मंे 2017 से अब तक यूपी पुलिस दस हजार से अधिक एनकाउंटर कर चुकी है। करीब 183 अपराधियों को मौत की नींद सुला चुकी है इस साल भी एक दर्जन से अधिक अपराधी पुलिस एनकाउंटर में जान गंवा चुके हैं। योगी ने अपराधियों को सख्त लहजे में चेताया है।

अंबेडकर नगर जिले के हसवर क्षेत्र में दो बदमाशों के दुपट्टा खींचने के कारण साइकिल से सड़क पर गिरी एक छात्रा की बगल से गुजर रही एक मोटरसाइकिल की चपेट में आने से मौत हो गयी थी। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि कानून सुरक्षा के लिए है और अगर किसी ने महिलाओं को परेशान करने जैसा अपराध किया है, तो ‘यमराज’ अगले चैराहे पर उसका इंतजार कर रहे होंगे। बाबा का निर्देश यूपी पुलिस ने सिर माथे स्वीकार किया और अंबेडकर नगर के छेड़छाड़ करने वाले गुंडों को मुठभेड़ में लंगडा कर गिरफ्तार कर लिया। वहीं सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल पर जानलेवा हमले में शामिल मुख्य आरोपी को पुलिस और एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया है। अयोध्या के पुरा कलंदर में मुख्य आरोपी अनीस को एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक अनीस क्रॉस फायरिंग में मारा गया है। अनीस के दो अन्य साथी अयोध्या के इनायत नगर में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए हैं। मार गिराए गए बदमाश अनीस के दो अन्य साथी आजाद और विशंभर दयाल उर्फ लल्लू घायल हैं। इन दोनों मामलों में पुलिस ने बड़ी सटीक कारवाई कर यह बता दिया है कि पुलिस बदमाशों को उनके अंजाम तक पहुंचाने का काम कर रही है।

एनकाउंटर में ढेर मुख्य आरोपी अनीस महिला कांस्टेबल से ट्रेन में छेड़खानी कर रहा था। महिला सिपाही ने जब बदमाश को पटक दिया तो तीनों बदमाशों ने महिला पर जानलेवा हमला कर दिया था और उसके चेहरे को लहूलुहान कर दिया था। बदमाशों ने ट्रेन की खिड़की पर महिला का सिर पटक दिया था जिससे वो बुरी तरह जख्मी हो गई थी। अयोध्या स्टेशन आने से पहले ट्रेन धीमी हुई तो तीनों बदमाश फरार हो गए थे। महिला सिपाही से इस दरिंदगी के बाद यूपी एसटीएफ और अयोध्या पुलिस ने महिला कांस्टेबल पर जानलेवा हमला करने वाले एक बदमाश को मार गिराया जबकि दो अन्य को गिरफ्तार किया गया है। इस एनकाउंटर को लेकर एसएसपी ने बताया कि पीड़ित महिला को तस्वीर दिखाकर आरोपी की पहचान कराई गई थी, इसके बाद पुलिस और एसटीएफ की टीम इस पर काम कर रही थी। आरोपियों की सूचना मिलने के बाद जब इनायत नगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने छापा मारकर उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ में दो आरोपी घायल होने के बाद पकड़े गए लेकिन एक आरोपी फरार हो गया, उसके लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसी दौरान पूरा कलंदर में अनीस नाम के आरोपी के मौजूद होने की सूचना पर जब पुलिस पहुंची और उसे सरेंडर करने को कहा तो उसने गोली चला दी, पुलिस टीम ने आत्मरक्षा में गोली चलाई जो अनीस को लगी, इसके बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

महिला सिपाही के साथ यह घटना बीते 29 अगस्त को मनकापुर से अयोध्या आ रही सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल के साथ हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल ऊपर वाले बर्थ पर लेटी हुई थी जिसको लेकर दोनों हमलावरों से उसका मनकापुर में ही झगड़ा हुआ था। ट्रेन जब मनकापुर से अयोध्या के लिए निकली, 10 मिनट के बाद ट्रेन ने स्पीड पकड़ी तभी दोनों हमलावरों ने महिला कांस्टेबल पर हमला कर दिया। पुलिस ने इस मामले में करीब पौने दो सौ संदिग्धों से पूछताछ की थी। पुलिस ने सर्विलांस के साथ-साथ मुखबिरों को भी सक्रिय किया थामनकापुर से अयोध्या के बीच करीब 200 गांवो में पुलिस की टीमें मुखबिरों के जरिए हमलावरों को तलाश रही थी।

महिला कांस्टेबल पर हुए इस हमले की गंभीरता को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस पर स्वतः संज्ञान लिया था। इस मामले की स्पेशल सुनवाई के लिए रात में अदालत खुली और जज ने घर पर बेंच बिठाई थी इसके बाद रेलवे और सरकार से कोर्ट ने सख्त सवाल पूछे और कार्रवाई की जानकारी देने को कहा था। महिला सिपाही के साथ यह घटना मनकापुर और अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच हैवानियत हुई थी। पुलिसकर्मियों को वह बेहोशी की हालत में जनरल कोच में सीट के नीचे मिली थी। एसटीएफ और जीआरपी लगातार सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान में जुटी थी। इनकी पहचान के लिए मनकापुर और अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच स्थित गांवों और कस्बों में पुलिसकर्मी घूमकर स्थानीय लोगों को फोटो दिखा रहे थे ताकि इनकी पहचान की जा सके। पुलिस ने 20 संदिग्ध लोगों की फोटो कई वॉट्सऐप ग्रुपों में भी शेयर किया था।

सुल्तानपुर में तैनात महिला कांस्टेबल पर सरयू एक्सप्रेस में हुआ जानलेवा हमला सीट पर बैठने को लेकर हुए विवाद की वजह से हुआ था। लखनऊ केजीएमसी में भर्ती महिला कांस्टेबल ने पूछताछ के दौरान पुलिस टीम को यह अहम जानकारी दी थी। इसके बाद एसटीएफ की टीमें मनकापुर से अयोध्या आने वाले 150 से अधिक लोगों से पूछताछ कर हमलावरों की तलाश में जुट गई थीं। पुलिस ने आरोपियों के बारे में जानकारी देने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की भी घोषणा की थी।

बहरहाल, जरूरत इस बात की है कि योगी की पुलिस कानून व्यवस्था के मामले में और अधिक सजगता से काम ले तथा छेड़छाड़ को रोकने के लिए जो पुलिस टीम बनाई गई हैं वह सिर्फ कागजी खाना पूरी करने के स्थान पर स्कूल कॉलेज के रास्तों पर सख्ती के साथ लड़कियों के साथ होने वाली छेड़छाड़ को रोके। वही चलती ट्रेनों में लूटपाट करने वाले अपराधियों व जहरखुरानी गिरोह को पकड़ने के लिए भी एक बड़ा अभियान चलाया जाए क्योंकि सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल के साथ वारदात को अंजाम देने वाले तीनों दरिंदे पेशेवर ट्रेन लुटेरे हैं। ट्रेन में सामान चोरी करना व यात्रियों को लूटना ही उनका पेशा है और वह पिछले 10 साल से भी अधिक समय से इसी काम को कर रहे थे। (हिफी)

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)

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