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कारोबार मंे भारत ने चीन को पछाड़ा

(अखिलेश पाठक-हिफी फीचर)
भारत ने कारोबार के क्षेत्र मंे बड़ी तेजी से कदम बढ़ाए हैं। इसी का नतीजा है कि दो पहिया वाहन कारोबार मंे अब तक चीन सबसे आगे था लेकिन भारत के उद्यमियों ने चीन की छाती पर मूंग दली है। अब भारत ने चीन को पछाड़ते हुए दोपहिया उद्योग मंे बढ़त हासिल कर ली है। दोपहिया वाहनों मंे साइकिल, स्कूटर और मोटर साइकिलें शामिल हैं। दुनिया की सबसे महंगी बाइक की सूची में पहला नम्बर मेंडुला का है। इसे टीटी कस्टम चापर्स ने बनाया है। इसकी कीमत एक मिलियन डालर से भी ज्यादा अर्थात 8.27 करोड़ रुपये है। भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली बाइक हीरो स्पलैंडर है। इसके इंजन की क्षमता 97.2 सीसी है। भारत मंे दुनिया मंे सबसे ज्यादा दोपहिया वाहनों की बिक्री होती है। भारत के दोपहिया वाहन बाजार मंे इस वर्ष की पहली छमाही में 22 फीसद का उछाल आया। उधर, चीनी दोपहिया वाहन उद्योग विशेष रूप से इलेक्ट्रिक सेगमेंट मंे अस्थायी मंदी आई हुई है। इसमंे कोई संदेह नहीं कि नरेन्द्र मोदी की सरकार ने दो पहिया वाहन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं।
अब तक चीन अपनी उपलब्धि पर इतरा रहा था। उसे घमंड था कि भारत उसे कभी हरा नहीं पाएगा, मगर उसकी यह भूल थी। भारत ने दोपहिया वाहनों के मार्केट के मामले में चीन को धूल चटा दी है। भारत अब चीन को पटखनी देकर दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया वाहन का बाजार बन गया है। काउंटरप्वाइंट रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत चीन को पछाड़ दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया वाहन बाजार बन गया है। यह सब संभव हो पाया है मोदी सरकार की पहल की वजह से।
रिपोर्ट की मानें तो ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती मांग, अनुकूल मानसून की स्थिति और ग्रामीण विकास के लिए सरकार की पहल जैसे कारकों की वजह से भारत सबसे बड़ा दोपहिया बाजार बन कर उभरा है। काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 2024 की पहली छमाही में दोपहिया वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर 4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। दोपहिया वाहनों की बिक्री में भारत ही नहीं, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और अफ्रीका में भी वृद्धि देखी गई। हालांकि, चीन और दक्षिण पूर्व एशिया (एसईए) में दोपहिया वाहनों की बिक्री में गिरावट दर्ज हुई। सीनियर एनालिस्ट सौमेन मंडल ने कहा कि भारत के दोपहिया वाहन बाजार में इस वर्ष की पहली छमाही में 22 प्रतिशत का जबरदस्त उछाल देखा गया है। उन्होंने कहा कि इस मजबूत प्रदर्शन से भारत चीन से आगे निकल गया और दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया बाजार बन गया। भारत में इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर दोपहिया वाहनों में मजबूत दोहरे अंक की वृद्धि दर्ज हुई। वहीं, चीन में 125 सीसी से कम क्षमता वाले दोपहिया वाहन लोकप्रिय बने हुए हैं, लेकिन ग्राहक रोजाना इस्तेमाल के लिए मोटरसाइकिल और स्कूटर की जगह ई-साइकिल का विकल्प चुन रहे हैं। इस बदलाव के कारण चीनी दोपहिया वाहन बाजार में, खास तौर पर इलेक्ट्रिक सेगमेंट में अस्थायी मंदी आई हुई है। दक्षिण पूर्व एशिया में, इंडोनेशिया, वियतनाम, फिलीपींस, थाईलैंड और मलेशिया जैसे प्रमुख बाजारों में भू-राजनीतिक व्यापार तनाव और कठोर ऋण मानदंड दोपहिया वाहनों की बिक्री में गिरावट की वजह बने हैं। इसके अलावा, आर्थिक अनिश्चितता के बीच ग्राहकों के सतर्क रवैये ने दोपहिया वाहनों की बिक्री को प्रभावित किया है। टॉप 10 वैश्विक दोपहिया वाहन निर्माताओं ने 2024 की पहली छमाही के दौरान 75 प्रतिशत से अधिक बिक्री की। होंडा ने वैश्विक दोपहिया वाहन बाजार का अगुवा बना हुआ है, जिसके बाद हीरो मोटोकॉर्प, यामाहा, टीवीएस मोटर और याडिया का स्थान रहा। टॉप 10 ब्रांड में टीवीएस मोटर सालाना आधार पर 25 प्रतिशत वृद्धि के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाला ब्रांड रहा। वहीं, याडिया में सालाना आधार पर 29 प्रतिशत की गिरावट के साथ सबसे अधिक गिरावट आई और कंपनी पांचवें स्थान पर खिसक गई। रिसर्च के उपाध्यक्ष नील शाह ने कहा कि विद्युतीकरण बढ़ रहा है और हमारा अनुमान है कि 2030 तक बिकने वाले 10 में से 4 दोपहिया वाहन इलेक्ट्रिक होंगे। उन्होंने कहा कि दोपहिया वाहन सेगमेंट में एम्बेडेड सेलुलर कनेक्टिविटी को अपनाने में भी तेजी दिख रही है। जैसे-जैसे ऑटोमोटिव इंडस्ट्री सी-वी2एक्स टेक्नोलॉजी की ओर आगे बढ़ेगी, दोपहिया वाहन सेगमेंट भी उसी राह पर आगे बढ़ेगा।
नीति आयोग की योजना के मुताबिक देश में 2025 तक 150 सीसी से कम क्षमता वाले सभी दो पहिया वाहन इलेक्ट्रिक बिकेंगे। इसके साथ ही तीन पहिया, बस और कारों की श्रेणी में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ाना है। इलेक्ट्रिक वाहनों की राह में कुछ बाधाएं है। भारत में बैटरी उत्पादन न होना, अच्छी बैटरी का न होना और बुनियादी सहूलियतों के अभाव में यह लोकप्रिय नहीं हो पा रही है। सोसायटी ऑफ मेन्यूफेक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (एसएमईवी) के अनुसार देश में वर्तमान में करीब 68 कंपनियां दो पहिया, तीन पहिया और कार निर्माण संबंधी कार्य कर रही हैं। रिसर्च फर्म क्रिसिल के निदेशक रिसर्च हेतल गांधी ने कहा कि बजट में जीएसटी दर घटाने, ब्याज की टैक्स में छूट आदि घोषणाओं से दो पहिया वाहन खरीदने वालों को परंपरागत दो पहिया वाहनों की तुलना में 10 फीसदी तक बचत होगी। वहीं तीन पहिया टैक्सी वालों को पांच फीसदी तक फायदा सामान्य टैक्सियों की तुलना में होगा।
भारत सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों पर 10 हजार रुपये की सब्सिडी दी जा रही है। सरकार ने इन वाहनों पर मिलने वाले सब्सिडी प्लान को बढ़ाकर मार्च 2025 तक के लिए कर दिया है। वहीं सरकार इलेक्ट्रिक तीन पहिया वाहनों पर भी 50 हजार रुपये की सब्सिडी दे रही थी लेकिन सरकार ने अप्रैल 2024 से इस राशि को घटाकर 25 हजार रुपये कर दिया है। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सरकार की इस योजना के बारे में जानकारी साझा की।
भारत में टू-व्हीलर सेगमेंट की बात करें, तो हीरो मोटोकॉर्प का दबदबा लगातार बना हुआ है। अगस्त 2024 में कंपनी की बिक्री के आंकड़ों पर नजर डालें, तो एक बार फिर हीरो स्प्लेंडर ने सबसे अधिक बिकने वाली बाइक का खिताब अपने नाम किया है। बीते महीने कुल 3,02,934 यूनिट हीरो स्प्लेंडर बेची गईं, जबकि अगस्त 2023 में यह आंकड़ा 2,89,930 यूनिट्स था। यानी सालाना बिक्री में 40.49 फीसद का इजाफा हुआ है।
हीरो स्प्लेंडर ने अकेले कंपनी
की कुल बिक्री में 61.65 फीसद का योगदान दिया है। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हीरो एचएफ डीलक्स रहा, जिसकी अगस्त 2024 में कुल 84,607 यूनिट्स की बिक्री हुई। इस दौरान एचएफ डीलक्स की सालाना बिक्री में 15.89 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली। (हिफी)

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