पाकिस्तानी देश बनने की कहानी न भूलें: जनरल मुनीर

पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर ने एक बार फिर ‘टू नेशन थ्योरी’ को दोहराते हुए कहा कि पाकिस्तान की नींव इस्लाम के कलमे पर रखी गई है और हम हर मामले में हिंदुओं से अलग हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक धार्मिक सोच की बुनियाद पर बना है। इस मौके पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत कई बड़े नेता भी मौजूद थे। मुनीर ने कहा कि हमें अपनी अगली पीढ़ी को यह बताना होगा कि यह मुल्क किस सोच पर बना और क्यों इसकी हिफाजत हमारी जिम्मेदारी है। जनरल मुनीर ने पाकिस्तानी लोगों को हिदायत दी कि उन्हें अपने बच्चों को पाकिस्तान बनने की कहानी जरूर सुनानी है, ताकि वो पाकिस्तान की कहानी न भूलें। उन्होंने इस देश को बनाने के लिए दिए गए ‘बलिदानों’ की याद दिलाई। इस्लामाबाद में आयोजित पहले ओवरसीज पाकिस्तानी सम्मेलन में जनरल मुनीर की कहीं ये बातें सुर्खियों में हैं।
उनका ये बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान आंतरिक तौर पर गहरे संकट से गुजर रहा है- आर्थिक गिरावट, राजनीतिक अस्थिरता और सबसे गंभीर, बलूचिस्तान में बढ़ता विद्रोह। इससे सवाल उठ रहे हैं कि पाकिस्तान का शीर्ष सैन्य अधिकारी भारत से अपने देश की तुलना और बलूचिस्तान के खौफ का बार-बार जिक्र क्यों कर रहा है?
अपने भाषण में मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान और भारत कभी एक राष्ट्र नहीं थे और दोनों की संस्कृति, सोच, परंपराएं, महत्वाकांक्षाएं पूरी तरह अलग हैं। उन्होंने इसे दो-राष्ट्र सिद्धांत की बुनियाद बताया और जोर दिया कि पाकिस्तान की कहानी को अगली पीढ़ियों तक पहुंचाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान की कहानी अपने बच्चों को आपको जरूर सुनानी है, ताकि वो पाकिस्तान की कहानी न भूलें। हमारे पूर्वजों ने सोचा कि हम जिंदगी के हर संभव क्षेत्र में हिंदुओं से अलग हैं। हमारा धर्म अलग है, हमारे रीति-रिवाज अलग हैं। हमारी संस्कृति अलग है। हमारी सोच अलग है। हमारी महत्वाकांक्षाएं अलग है। यह टू नेशन थ्योरी की नींव थी।’ इसके साथ ही उन्होंने भारत से अपने देश की तुलना करते हुए कहा, ‘हम दो देश हैं, हम एक देश नहीं हैं। इस देश के लिए हमारे पूर्वजों ने बड़ी कुर्बानी दी हैं। उन्होंने इस देश को बनाने के लिए बहुत ज्यादा त्याग किया है। हम जानते हैं कि इसकी कैसे रक्षा करना है।’