नौकरी ढूंढने के लिए भारत में प्रचुर संभावनाएं

मैनपावरग्रुप के ‘एम्प्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे’ में ये बात सामने आई है जिसके अनुसार अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारत का हायरिंग आउटलुक अन्य देशों की तुलना में सबसे मजबूत बना हुआ है। जुलाई-सितंबर तिमाही की तुलना में इसमें सात प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अभी देश में त्योहारी सीजन की शुरुआत हुई है जिसमें कंपनियों द्वारा नियुक्तियों पर जोर दिया जा रहा है। यानी आने वाले समय कई लोगों को नौकरियां मिल सकती है।
फाइनेंशियल और रियल एस्टेट इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा 47 प्रतिशत मजबूती बताई गई। आईटी इंडस्ट्री में हायरिंग आउटलुक 46 प्रतिशत, इंडस्ट्रियल और मटेरियल में 36 प्रतिशत बताया जा रहा है। बाजार में बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए सरकार भी स्किल डेवलपमेंट पर ज्यादा फोकस कर रही है। भारत में तेजी से आर्थिक समृद्धि हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप बेरोजगारी दर कम हो रही है. उभरती हुई इंडस्ट्री में हेल्थकेयर और लाइफ साइंस इंडस्ट्री सामने आई है.लगभग सभी सेक्टर्स का आउटलुक पॉजिटिव ही बना हुआ है। अभी भी कई क्षेत्रों में डिमांड और सप्लाई के बीच स्किल्स की कमी का अंतर दिखाई दे रहा है। जिसे देखते हुए सरकार द्वारा कई स्किल डेवलपमेंट योजनाएं भी चलाई जा रही है।
आईफोन निर्माता कंपनी एप्पल भारत में लगभग 6 लाख लोगों को नौकरियां देने का प्लान बना रही है। इनमें महिलाओं के लिए भी लाखों पदों पर भर्तियां निकलेगी। ये नौकरियां उन कंपनियों द्वारा पैदा की जाएगी जो एप्पल के साथ उनके लिए काम कर रही हैं। कुल भर्तियों में से 2 लाख लोगों को सीधे एप्पल में काम करने का मौका मिलेगा। नई वैकेंसी में महिलाओं की संख्या 70 फीसदी रहेगी। आने वाले साल में मार्च महीने तक नौकरियों के ये अवसर पैदा किये जाएंगे।
ऐसा कहा जा रहा है कि एप्पल चीन में मैन्युफैक्चरिंग पर निर्भरता को कम करने की योजना बनाना चाहती है। इसके बाद अब एप्पल भारत को अपना नया मैन्युफैक्चरिंग गढ़ बनाना चाहती है। जिसके कारण देश में नौकरियों की संख्या भी बढ़ेगी। इस वित्त वर्ष में एप्पल के द्वारा लगभग 6 लाख बेरोजगारों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से नौकरी दी जाएगी।