अमित शाह की चेतावनी

महाराष्ट्र में नगर निकाय चुनावों की घोषणा कुछ दिनों में हो सकती है। इससे पहले राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के प्रमुख दल भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। इसी क्रम में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री अमित शाह, राजधानी मुंबई पहुंचे। गृहमंत्री ने यहां बीजेपी के राज्य कार्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान एक संबोधन में शाह ने राज्य के सियासी तापमान को बढ़ा दिया। उन्होंने इस तरह की चेतावनी दी जो सीएम से लेकर सहयोगी दलों पर लागू होती है। इसलिए निकाय चुनावों से पहले शाह के इस भाषण के सियासी निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। शाह ने सोमवार, 27 अक्टूबर को कार्यक्रम में कहा कि बीजेपी महाराष्ट्र में किसी बैसाखी के आधार पर नहीं चलती। बीजेपी अपनी ताकत पर चलती है। महाराष्ट्र में भी बीजेपी राज्य की मजबूत पार्टी है इसमें कोई सवाल नहीं है। भारत की राजनीति में जिस तरह से भाजपा का अस्तित्व और सिद्धांत एक अमिट स्थान रखते हैं, उसी तरह अब भाजपा महाराष्ट्र के राजनीतिक क्षेत्र की एक मजबूत हस्ताक्षर है। अपने संबोधन में गृह मंत्री ने निकाय चुनावों की ओर इशारा करते हुए कहा कि राज्य में डबल इंजन सरकार है। मुझे उससे खुशी नहीं है। मुझे ट्रिपल इंजन सरकार चाहिए। ग्राम पंचायत से लेकर नगरपालिका के चुनाव तक हमको अपना दम खम दिखाना है। गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के यह बयान ऐसे वक्त में आए हैं जब बीते दिनों मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था- दिल्ली दूर है। सीएम के इस बयान को लेकर चर्चा थी कि उनका इशारा गठबंधन के घटक दलों शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) को लेकर था। माना जा रहा है कि अपने बयान के जरिए सीएम ने अपने सहयोगी दलों को यह संदेश देने की कोशिश की थी कि वह अभी सीएम बने रहेंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 27 अक्टूबर को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि भारतीय जनता पार्टी को महाराष्ट्र में ‘बैसाखियों’ की जरूरत नहीं है और वह अपनी ताकत पर चलेगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने को कहा कि आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में विपक्ष का सूपड़ा साफ हो जाए। अमित शाह ने दक्षिण मुंबई में चर्चगेट स्टेशन के पास भाजपा के महाराष्ट्र प्रदेश कार्यालय की नयी इमारत की आधारशिला रखने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, हमने साबित कर दिया है कि परिवारवाद वाली पार्टियों की राजनीति अब इस देश में नहीं चलेगी। काम करने की राजनीति ही देश को आगे ले जाएगी। बीजेपी में मोदी के बाद महत्वपूर्ण नम्बर दो नेता ने कहा, मोदी जी इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं। एक साधारण चायवाले के घर में जन्मा एक बच्चा अपने समर्पण, त्याग और कड़ी मेहनत से भारत का प्रधानमंत्री बना। अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा बैसाखियों पर नहीं बल्कि अपने बल पर चलती है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली अविभाजित शिवसेना का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि 2014 में भाजपा ने सम्मानजनक सीट बंटवारे की मांग की थी लेकिन गठबंधन टूट गया। शाह ने कहा, हमने लंबे समय के बाद अपने दम पर चुनाव लड़ा और देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने के साथ हम सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे। पहले हम राज्य की राजनीति में चैथे स्थान पर थे लेकिन आज हम पहले नंबर की पार्टी हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने केंद्र और राज्य में भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी को इस साल के अंत में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव भी जीतने चाहिए। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘इतनी मेहनत करो कि विपक्ष का सफाया हो जाए ताकि वे दूरबीन से देखने के बाद भी दिखाई नहीं दें। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि जो पार्टी अपने कामकाज में लोकतंत्र को कायम नहीं रख सकती, वह देश के लोकतंत्र की रक्षा कभी नहीं कर सकती। यह सभी वंशवादी पार्टियों के लिए एक कड़ा संदेश है।
अमित शाह ने कहा कि भाजपा के लिए पार्टी कार्यालय एक मंदिर की तरह है। उन्होंने कहा, यहीं से पार्टी के कार्यक्रम और नीतियां तय होती हैं और यह पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए एक व्यावहारिक प्रशिक्षण स्थल है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि जनसंघ के दिनों से ही विचारधारा से प्रेरित राजनीति और जन कल्याण भाजपा की पहचान रही है। उन्होंने कहा, भाजपा का 1980 में जब गठन हुआ था, तब से अबतक 18 वर्षों तक देश का नेतृत्व भाजपा नेताओं ने किया है और यह गर्व की बात है। अमित शाह ने पार्टी की सफलता का श्रेय नेताओं और कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत, त्याग और प्रतिबद्धता को दिया। उन्होंने कहा, उनके द्वारा बोए गए बीजों की वजह से ही भाजपा एक वटवृक्ष बन पाई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर चलती है और कड़ी मेहनत करने वाले, प्रदर्शन के आधार पर पार्टी कार्यकर्ता पार्टी पदानुक्रम में आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा, मैं बूथ अध्यक्ष था और राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गया जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक गरीब परिवार से आते हैं और अपनी प्रतिबद्धता, त्याग के कारण तीसरी बार देश का नेतृत्व कर रहे हैं।
अमित शाह ने 55,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैले नए भाजपा प्रदेश कार्यालय पर खुशी जताई। इस कार्यालय में एक पुस्तकालय, बैठक कक्ष, सम्मेलन कक्ष, 400 सीटों वाला एक सभागार और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री का कार्यालय होगा। शाह ने कहा, मुख्यमंत्री को याद रहेगा कि वह पार्टी की वजह से इस पद पर पहुंचे हैं। शाह ने कहा कि कार्यालय में वाहनों की पार्किंग के लिए बहु-स्तरीय बेसमेंट होगा। उन्होंने यह भी कहा, मैंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कहा है कि मेरे जैसे पार्टी कार्यकर्ताओं के रहने के लिए तीन-चार कमरे होने चाहिए।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने अपनी सभी वैचारिक प्रतिबद्धताओं को पूरा किया है जैसे अनुच्छेद 370 को हटाना, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए), तीन तलाक और कुछ राज्यों ने समान नागरिक संहिता को लागू करना। उन्होंने कहा, हमारे सभी वैचारिक मुद्दे क्रियान्वित हो चुके हैं और अब हम 2047 में विकसित भारत पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि देश के
भविष्य के लिए सिद्धांत आधारित राजनीति करने की जिम्मेदारी
भाजपा की है। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले का बदला ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव से लिया गया, जिससे दुश्मनों को संदेश गया कि हमारी सेना और सीमाओं के साथ कोई भी खिलवाड़ नहीं कर सकता। (अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)



