खतरे में राहुल की विश्वसनीयता

कांग्रेस के सबसे चर्चित नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी राजनीति में भले ही सफल नहीं हो पाए लेकिन जनता उन्हंे बेदाग नेता मानती है। पिछले कुछ महीनों से उन्हांने चुनाव आयोग को कठघरे मंे खड़ा करने का प्रयास किया। पहले कर्नाटक का मामला उठाया, फिर बिहार मंे एसआईआर पर सवाल किये। अब वह हरियाणा विधानसभा चुनाव में फर्जी मतदाताओं की बात कर रहे हैं। राहुल गांधी कहते हैं कि हरियाणा में 25 लाख से अधिक मतदाता फर्जी हैं। इसी प्रकार का आरोप कर्नाटक को लेकर लगाया था। चुनाव आयोग उनके आरोपों को आधारहीन बताता है और सार्वजनिक तौर पर अपने आरोपों को पुष्ट करने की जब कहता है तो राहुल पीछे हट जाते हैं। राहुल चाहते हैं कि युवा पीढ़ी उनका साथ दे। नेपाल मंे युवाओं ने जिस तरह विरोध किया, उसी तरह का विरोध वह यहां भी चाहते हैं लेकिन युवाओं की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आती। हरियाणा मंे तो भाजपा की सरकार है लेकिन कर्नाटक मंे कांग्रेस की सरकार है। वहां भी कथित फर्जी वोटर्स को
लेकर राहुल कोई आंदोलन नहीं खड़ा कर सके। इससे राहुल की विश्वसनीयता खतरेमें पड़ती जा रही है। हरियाणा को लेकर भी चुनाव आयोग ने जो जवाब दिये हैं, उन पर राहुल गांधी को पुख्ता सबूत देना चाहिए ताकि जनता उनकी बात पर यकीन कर सके।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वोट चोरी के मुद्दे पर बड़ी प्रेस कॉन्फेंस करते हुए वोट चोरी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में वोट चोरी हुई। राहुल ने दावा किया कि उनके पास सबूत हैं कि हरियाणा में 25 लाख मतदाता फर्जी हैं। हरियाणा में हर 8 में से 1 मतदाता फर्जी है। राहुल गांधी ने कहा, हमारे पास एच फाइल्स हैं और यह इस बारे में है कि कैसे एक पूरे राज्य को चुरा लिया गया है। हमें संदेह था कि यह व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्रों में नहीं, बल्कि राज्य स्तर पर और राष्ट्रीय स्तर पर हो रहा है।
राहुल गांधी ने कहा, हमें हरियाणा में हमारे उम्मीदवारों से बहुत सारी शिकायतें मिलीं कि कुछ गड़बड़ है और काम नहीं कर रहा है। उनकी सारी भविष्यवाणियां उल्टी हो गईं। हमने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र में इसका अनुभव किया था, लेकिन हमने हरियाणा पर ध्यान केंद्रित करने और वहां जो कुछ हुआ था, उसके बारे में विस्तार से जानने का फैसला किया। राहुल गांधी ने कहा, सभी एग्जिट पोल हरियाणा में कांग्रेस की जीत की ओर इशारा कर रहे थे। दूसरी बात जो हमारे लिए आश्चर्यजनक थी, वह यह थी कि हरियाणा के चुनावी इतिहास में पहली बार डाक से वोट वास्तविक मतदान से अलग थे। हरियाणा में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।
राहुल ने कहा, मैं चाहता हूं कि भारत के युवा, जेन-जी इसे स्पष्ट रूप से समझें क्योंकि यह आपके भविष्य के बारे में है। मैं भारत में चुनाव आयोग, लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठा रहा हूं, इसलिए मैं इसे 100 फीसद सबूत के साथ कर रहा हूं। हमें पूरा यकीन है कि कांग्रेस की भारी जीत को हार में बदलने की योजना बनाई गई थी। कृपया उनके (सीएम नायब सैनी) चेहरे पर मुस्कान और उस व्यवस्था पर ध्यान दें, जिसकी वह बात कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस हरियाणा में 22,779 वोटों से चुनाव हार गई।राहुल ने एक लड़की की तस्वीर दिखाकर बताया कि ये लड़की ब्राजील की मॉडल है, जिसका वोटर लिस्ट में कई जगहों पर इस्तेमाल किया गया और इस फोटो के जरिए हरियाणा में 22 बार अलग-अलग बूथों पर वोट डाला गया। इस फोटो वाली वोटर के कई नाम हैं, जैसे सीमा, स्वीटी और सरस्वती। इसका मतलब है कि यह एक केंद्रीकृत ऑपरेशन है। यह एक स्टॉक फोटो है और वह हरियाणा में ऐसे 25 लाख रिकॉर्डों में से एक है। राहुल गांधी ने कहा, हमारे पास स्पष्ट सबूत हैं कि हरियाणा में 25 लाख मतदाता (कुल- 25,41,144 मतदाता) फर्जी हैं, या तो वे मौजूद ही नहीं हैं या वे डुप्लिकेट हैं या किसी के भी वोट देने के लिए डिजाइन किए गए हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि हमारे पास एक ही तस्वीर बार-बार आ रही है। हमारे पास एक सज्जन हैं जो 14 बार वोट कर रहे हैं- बूथ 508, बूथ 431 पर। हमारे पास एक और आदमी हैं, रुद्राभिषेक जैन- वह बूथ संख्या 130, बूथ 131 पर वोट कर रहे हैं। उनके भाई भी वोट कर रहे हैं। उनके पास 18 वोट हैं। चुनाव आयोग एक सेकंड में डुप्लीकेट तस्वीरें हटा सकता है, आपको इसके लिए एआई की भी जरूरत नहीं है लेकिन वे ऐसा नहीं करते क्योंकि वे भाजपा की मदद कर रहे हैं।
राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों पर चुनाव आयोग के सूत्रों ने जवाब दिए हैं। चुनाव आयोग कहा है कि मतदाता सूची के विरूद्ध शून्य अपील। 90 विधानसभा सीटों के खिलाफ वर्तमान में केवल 22 चुनाव याचिकाएं उच्च न्यायालय में लंबित हैं। कांग्रेस के पोलिंग एजेंट मतदान केंद्रों पर क्या कर रहे थे? यदि निर्वाचक ने पहले ही मतदान कर दिया है या यदि मतदान एजेंटों को निर्वाचक की पहचान पर संदेह है तो उनसे आपत्ति की जानी चाहिए। क्या राहुल गांधी एसआईआर का समर्थन कर रहे हैं जो नागरिकता के सत्यापन के साथ-साथ डुप्लिकेट, मृत और स्थानांतरित मतदाताओं को हटा देता है, या वह विरोध कर रहे हैं! एक से अधिक नामों से बचने के लिए पुनरीक्षण के दौरान कांग्रेस के बीएलए द्वारा कोई अपील क्यों दायर नहीं की गई? एक से अधिक नामों से बचने के लिए संशोधन के दौरान कांग्रेस के बीएलए द्वारा कोई दावा या आपत्ति क्यों नहीं उठाई गई? कोई कह रहा है कि इन डुप्लीकेटों ने कांग्रेस को वोट दिया। राहुल गांधी को कैसे पता कि उन्होंने बीजेपी को वोट दिया?
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि हाउस नंबर जीरो उन घरों के लिए भी है जहां पंचायत और नगर पालिकाओं ने हाउस नंबर नहीं दिए हैं। सीईसी के वीडियो क्लिप आधे दिखाए गए हैं। बीएलओ द्वारा मकान नंबर शून्य दिया गया है, जहां नगर पालिकाओंध्पंचायतों द्वारा कोई मकान नंबर आवंटित नहीं किया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी, हरियाणा ने क्या कहा? ड्राफ्ट मतदाता सूची 02-08-2024 को मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ प्रकाशित और साझा की गई। एसएसआर के दौरान प्राप्त दावों और आपत्तियों की कुल संख्यारू 4,16,408 थी। बीएलओएस की कुल संख्या 20,629 थी। अंतिम मतदाता सूची 27-8-2024 को प्रकाशित की गई और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई। ईआरओ के खिलाफ डीएम के पास दायर अपीलों की संख्या शून्य है। डीएम के आदेशों के खिलाफ सीईओ के पास दायर की गई दूसरी अपीलों की संख्या भी शून्य है। मतदाता सूची को नाम वापसी की अंतिम तिथि तक अंतिम रूप दिया गया और 16-9-2024 को चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के साथ साझा किया गया। इस प्रकार गड़बड़ी की संभावना ही नहीं है।
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)



