लेखक की कलम

राजस्थान में सैक्स स्केंडल की पुनरावृत्ति!

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)
राजस्थान के अजमेर में 1992 में एक प्रतिष्ठित स्कूल की संभ्रांत परिवारों की एक सौ से अधिक हिन्दू स्कूली बच्चियों को फोटो के जरिए ब्लैकमेल कर योन शोषण करने का मामला सामने आया था। करीब तैतीस साल पहले के इस बहुचर्चित कांड की तर्ज पर एक बार फिर राजस्थान के ही ब्याबर में दस से अधिक नाबालिग हिन्दू स्कूली छात्राओं को मोबाइल गिफ्ट देकर उनसे दोस्ती कर दुष्कर्म और धर्मपरिवर्तन के लिए ब्लैकमेल करने के दिल दहलाने वाले मामले का खुलासा हुआ है।
राजस्थान में ब्यावर जिले के बिजयनगर इलाके में हिंदू लड़कियों को फुसलाकर, उनके साथ यौन शोषण, ब्लैकमेलिंग करना और उन्हें आखिर में बेचने की कोशिश करने का खतरनाक प्लान सामने आया है। पिछले कुछ दिनों में यह मामला सुर्खियों में तब छाया जब 4-5 नाबालिग लड़कियों के परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अभी तक ‘मुस्लिम गिरोह’ के 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
एक जानकारी के अनुसार प्राथमिक जांच में 30-35 से ज्यादा हिंदू लड़कियों को यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग के मामले में फंसाने का मामला सामने आया है। अभी तक इस मामले में 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। साथ ही एक पैटर्न के तहत आरोपी एक ही प्राइवेट स्कूल की लड़कियों को फंसाने का काम करते थे, इसका भी खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि ‘मुस्लिम गिरोह’ के युवक मजदूरी का काम करते है, लेकिन उनके पास महंगे मोबाइल फोन, महंगी गाड़ियां कहां से आयी इस पर जांच जारी है। ये मुस्लिम गिरोह हिंदू लड़कियों को कैफे ले जाकर उनके साथ अश्लील हरकत करते थे। वहीं पर वह उनका वीडियो भी बनाते थे। इन अश्लील वीडिओ के जरिए उन्हें ब्लैकमेल किया जाता। उनसे और भी लड़कियों को जाल में फंसाने को कहा जाता।
आरोप है कि कुछ युवक नाबालिग लड़कियों को फोन देकर उन्हें अपने झांसे में लेते थे और फिर उन्हें अपनी हवस का शिकार बनाते थे। ऐसे अलग-अलग घटनाक्रम सामने आने के बाद सर्वसमाज के लोगों ने थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया और नाबालिगों के साथ दुराचार करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। पूरा घटनाक्रम बिजयनगर थाना इलाके का है। आक्रोश इतना बढ़ गया कि सर्वसमाज के हजारों लोग सड़कों पर निकल पड़े और थाने का घेराव कर दिया। परिस्थितियों को कंट्रोल करने के लिए मौके पर चार थानों की पुलिस के साथ बड़े अधिकारियों को भी तैनात करना पड़ा। आक्रोशित भीड़ को देखकर मसूदा डीएसपी सज्जनसिंह ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया लेकिन लोगों में इस मामले को लेकर गहरी नाराजगी और आक्रोश व्याप्त है।
स्थानीय लोगों और प्रदर्शनकारियों का कहना है कि विशेष समुदाय के युवकों ने प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग बच्चियों को मोबाइल फोन दिया और अपने झांसे में फंसाकर उनका रेप किया। अब भी उनका यौन शोषण किया जा रहा था । इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। लोक-लाज के डर से कई नाबालिग और उनके परिवार पुलिस थाने नहीं पहुंचते। इसी वजह से आरोपियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। बिजयनगर थाना प्रभारी करणसिंह का कहना है कि 4 से 5 नाबालिग पुलिस के सामने आई हैं। बच्चियों और उनके पेरेंट्स ने पुलिस को शिकायत दी है कि कुछ युवकों ने पहले मोबाइल दिए और उसके बाद दबाव बनाकर उनका देह शोषण किया। रिपोर्ट पर पुलिस ने 3 अलग-अलग मामले दर्ज कर 7 आरोपियों डिटेन किया है। पुलिस गंभीरता से पूछताछ कर रही है।
पैंतीस साल बाद अजमेर कांड की तर्ज पर ही हिन्दू लड़कियों को टार्गेट कर उनका यौन शोषण करने के इस मामले ने क्षेत्र के हर अभिभावक के दिल में दहशत और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर आशंका पैदा कर दी है। जानकारी यह भी है कि कुछ अभिभावकों ने इस तरह के षडयंत्र के चलते अपनी लडकियों को स्कूल कालेज नहीं भेजने का फैसला भी किया है। हिन्दू समुदाय में गहरा आक्रोश है मामले को लेकर प्रदर्शन में विश्व हिंदू परिषद के सैकड़ों लोग शामिल हुए। विहिप के धनराज कावड़िया का कहना है कि पुलिस ने हमें आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कानूनी कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को अपराधियों की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया। प्रशासन ने बिजयनगर के उस कैफे पर बुलडोजर कार्रवाई की है, जहां नाबालिग छात्राओं के साथ आरोपी मुलाकात कर उन्हें फंसाते थे। कैफे में अतिक्रमण को लेकर नोटिस जारी किया गया था जिसके 24 घंटे बाद अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत कार्रवाई की गई।
स्कूल की नाबालिग लड़कियों से रेप और उन्हें ब्लैकमेल करने का मामला 15 फरवरी को सामने आया था। बिजयनगर (ब्यावर) स्थित प्राइवेट स्कूल में पढ़ रही लड़कियों से रेप और अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने की जानकारी सामने आई थी। नाबालिग छात्राओं के परिवार वालों ने इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप लगाया था कि लड़कियों को जबरन कलमा पढ़ने, रोजा रखने और धर्मांतरण के लिए विवश किया जा रहा था। इस मामले में पुलिस ने पॉक्सो सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की। अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर तीन नाबालिग को डिटेन किया गया है। पूर्व पार्षद (निर्दलीय) हकीम कुरैशी को 23 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। इसको कोटड़ा स्थित पॉक्सो कोर्ट के जज के आवास पर उसी दिन शाम को पेश किया गया था। पूर्व पार्षद को 5 दिन के रिमांड पर लिया गया था। उस पर अन्य आरोपियों का सहयोग करने का आरोप है। श्रवण (कैफे संचालक), करीम और आशिक सात दिन के रिमांड पर हैं। लुकमान उर्फ सोहेब (20), सोहेल मंसूरी (19), रिहान मोहम्मद (20) और अफराज (18) को 5 दिन के रिमांड पर दिया गया है जबकि तीन नाबालिगों को सुधार गृह मे रखा गया है।
राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने बिजयनगर में स्कूली छात्राओं के साथ रेप और ब्लैकमेलिंग की घटना पर कहा कि दोषियों को सजा मिलेगी। पुलिस ने इस गैंग के मेन लीडर को गिरफ्तार कर लिया है। बड़ी बात है कि हकीम कुरैशी, रियान मंसूरी के साथ गैंग मेन लीडर है। एक नाबालिग छात्रा ने आरोप लगाया है कि हकीम कहता था कि मैं भगाने में साथ दूंगा। अक्सर ये धमकाते थे। कुछ मिलाकर पीने के लिए दिया। फिर मुझे कुछ समझ नहीं आया ये जो कहते गए, मैं करती गई। मुझे बुरका पहनने के लिए टॉर्चर करने लगे। मस्जिद में 5 नमाज होती है, उसके बारे में बताया। रोजा आ रहे हैं, रोजा करने के लिए बोला। कैसे करना है, ये सब बताया। डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने बिजयनगर में स्कूली छात्राओं के साथ हुई ब्लैकमेलिंग की घटना पर कहा कि पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है और दोषियों को सजा मिलेगी। इससे पहले राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा था कि इस मामले में और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जा रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने तो बताया कि अजमेर में भी 200 से 250 बच्चे गायब हैं, जिनमें अधिकांश लड़कियां शामिल हैं। आशंका है कि इस के पीछे भी इसी तरह के गैंग शामिल हो सकते हैं। (हिफी)

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