राजनीतिलेखक की कलम

उपचुनाव नतीजों के संकेत

 

लोकसभा चुनावों के बाद सात राज्यों में हुए उपचुनावों ने विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया का पक्ष मजबूत किया है। इंडिया गठबंधन को 10 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हुई तो भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को सिर्फ 2 सीटें मिल पायी हैं। एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी विजयी रहा है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से 4 सीटों पर विजयश्री पायी है। उत्तराखण्ड में भाजपा बद्रीनाथ विधानसभा सीट हार गयी जिसको यूपी में अयोध्या सीट पर पराजय जैसा माना जा रहा है। उपचुनाव के जिस दिन ये नतीजे आये, उसके अगले दिन ही यूपी की राजधानी लखनऊ में भाजपा कार्यसमिति की बैठक शुरू हुई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि यहां अति आत्मविश्वास से नुकसान हुआ। भाजपा के लिए चिंता का विषय यह भी है कि यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। सात राज्यों में उपचुनाव के नतीजों ने चेतावनी दी है कि यह अति विश्वास कितना घातक हो सकता है। यूपी में 2 साल बाद विधानसभा के चुनाव होंगे लेकिन उससे पहले ही 4 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। विपक्षी गठबंधन, विशेष रूप से कांग्रेस को इससे आक्सीजन की डबल खुराक मिली है। इसके बावजूद यूपी में उसकी परीक्षा होनी है। उपचुनाव के नतीजों पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है कि उपचुनावों के नतीजों से साफ है कि देश के लोग तानाशाही को खत्म करना चाहते हैं। वे न्याय का शासन स्थापित करने को ‘इंडिया’ के साथ खड़े हैं। इस प्रकार राहुल गांधी भी उसी अति आत्मविश्वास की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्हें यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि देश की जनता ने विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया को देश की सत्ता नहीं सौंपी हैॅ। जनता विपक्षी दलों की एकता की परीक्षा ले रही है।

बिहार, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में 13 विधानसभा सीटों पर 10 जुलाई को हुए उपचुनाव के नतीजे आ चुके है। इन उपचुनावों में एनडीए को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी केवल 2 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी है जबकि कांग्रेस और टीएमसी ने 4-4 सीटें जीती है। जालंधर की सीट पर आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की। बिहार की रुपौली विधानसभा सीट निर्दलीय के खाते में गई है। सात राज्यों की 13 सीटों के विधानसभा उपचुनावों के नतीजों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। एक तरफ जहां इस चुनाव के नतीजों से कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन में शामिल विपक्षी दल उत्साहित हैं वहीं दूसरी तरफ बीजेपी हार के कारणों को जानने के लिए मंथन में जुट गई है। अब आने वाले चुनावों को लेकर बीजेपी सक्रिय हो गई है। सोमवार को महाराष्ट्र और उत्तराखंड में बीजेपी की बैठकें हुईं। सात राज्यों में 13 सीटों पर हुए उपचुनावों में विपक्ष के इंडिया गठबंधन की बड़ी जीत के बाद अब सबकी निगाहें यूपी पर टिकी हैं। उत्तर प्रदेश में जल्द ही 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। बीजेपी के सभी शीर्ष नेताओं ने कार्यकर्ताओं से इन 10 सीटों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन जारी रखेंगी, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि वे एकजुट हैं।

उत्तराखण्ड में उपचुनाव में बद्रीनाथ विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार लखपत सिंह बुटोला ने जीत दर्ज की। जीत के बाद बुटोला ने कहा, “मैं बद्रीनाथ के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। इसका श्रेय उन सभी लोगों को जाता है, जिन्होंने न्याय की इस लड़ाई में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मेरा साथ दिया।” भाजपा उम्मीदवार कमलेश प्रताप शाह ने मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की, उन्होंने कांग्रेस के धीरन शाह इनावती को 3,252 मतों के अंतर से हराया। पश्चिम बंगाल में उपचुनाव में टीएमसी का शानदार प्रदर्शन देखा गया है। यहा पार्टी ने चारों विधानसभा सीट पर जीत दर्ज कर ली है। बंगाल की रानाघाट दक्षिण सीट पर टीएमसी के मुकुट मणि अधिकारी ने 39,000 से अधिक मतों से जीत दर्ज की है। इसके साथ ही टीएमसी ने 3 अन्य सीटें बंगाल विधानसभा उपचुनाव में जीती है। अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की मधुपर्णा ठाकुर भाजपा के बिनय कुमार विश्वास के खिलाफ 33,455 मतों के अंतर से जीत के बाद बागदा की अगली विधायक चुनी गई हैं। उन्होंने कांटे की टक्कर में भाजपा को पटखनी दे दी है। तृणमूल कांग्रेस के कृष्ण कल्याणी भाजपा के मानस कुमार घोष के खिलाफ 50,000 मतों के अंतर से जीत के बाद रायगंज के अगले विधायक चुने गए हैं। कुल नौ उम्मीदवार मैदान में थे। कृष्ण कल्याणी के इस्तीफे के कारण इस विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव की आवश्यकता थी। बिहार की रुपौली सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह जीत गए हैं। बीजेपी के कलाधर मंडल दूसरे स्थान पर आरजेडी की बीमा भारती तीसरे स्थान पर रहीं। हिमाचल प्रदेश में तीन सीटों पर हुए उपुनाव में दो सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली है। वहीं, एक सीट भाजपा के खाते में गई है। देहरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और सीएम की पत्नी कमलेश ठाकुर चुनाव जीत गई हैं। उन्होंने होशियार सिंह को हराया है। लेकिन सीएम सुक्खू के घर में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। यहां से कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पेंद्र वर्मा की हार हुई है। हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर सीट पर भाजपा उम्मीदवार आशीष शर्मा जीते। यहां कांग्रेस के पुष्पिंदर वर्मा और भाजपा उम्मीदवार आशीष शर्मा के बीच कड़ी टक्कर थी। मोहिंदर भगत आप को 46064, सुरिंदर कौर कांग्रेस को 14668 और शीतल अंगुराल भाजपा को 15393 मत मिले हैं।

उत्तराखंड में दो विधानसीटों पर हुए उपचुनाव के प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला हो गया। बदरीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। बदरीनाथ से कांग्रेस प्रत्याशी लखपत बुटोला तो मंगलौर से कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन विजयी हुए हैं। हालांकि भाजपा यहां कुछ बूथों पर रिकाउंटिंग की मांग कर रही है।

इस प्रकार भाजपा जहां धार्मिक महत्व वाली बद्रीनाथ जैसी विधानसभा सीट पर चुनाव हार गयी तो कांग्रेस भी हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर सीट हार गयी हैं जो मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू का घर हैं। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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