शरद पवार फिर बने संकट मोचक

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
महाराष्ट्र मंे विपक्षी दलों की एकता अनेकता मंे बदलने ही वाली थी लेकिन अनुभवी नेता शरद पवार ने सीटों के बंटवारे का विवाद सुलझा दिया। इस प्रकार महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के लिए शरद पवार एक बार फिर संकट मोचक साबित हुए हैं। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने सीट बंटवारे के मामले को उलझा दिया था। उद्धव ठाकरे भी समय की नजाकत को समझ गये। इस प्रकार राज्य की 288 विधानसभा सीटों मंे से 105 पर कांग्रेस, 95 सीटों पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) 84 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। मुंबई को लेकर शिवसेना यूबीटी का विशेष आग्रह था, इसलिए मुंबई क्षेत्र की आधी सीटों पर उद्धव ठाकरे की पार्टी के ही उम्मीदवार होंगे। अभी इस बंटवारे की आधिकारिक घोषणा होना बाकी थी, इसी बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हमने भी एमवीए से 12 सीटें मांगी हैं। सपा ने धुले विधानसभा सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा भी कर दी है। उधर, सत्तारूढ़ दल मंे एकनाथ शिंदे की पार्टी ने 22 अक्टूबर की रात 45 उम्मीदवारों की अपनी सूची जारी कर दी है। शिंदे ने उन सभी विधायकों को टिकट दिया है जिन्हांेने उद्धव ठाकरे की सरकार से बगावत करके नयी सरकार बनायी है। इस बीच भितरघात भी हो
रही है और एक नया मोर्चा भी मैदान मंे उतरा है।
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों में से 105 सीटों पर कांग्रेस, 95 सीटों पर उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना यूबीटी और 84 सीटों पर शरद पवार की पार्टी चुनाव में उतरेगी। मुंबई क्षेत्र की आधी सीटों पर उद्धव ठाकरे की पार्टी के उम्मीदवार होंगे। महाराष्ट्र में एनडीए में भी सीटों का बंटवारा लगभग तय हो गया है। भारतीय जनता पार्टी 150 से 155 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतार सकती है। विपक्षी दलों में सीटों को लेकर विवाद बढ़ता देख कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने शरद पवार की शरण ली थी। पवार को एमवीए का संस्थापक माना जाता है। शिवसेना यूबीटी नेता अनिल परब और आदित्य ठाकरे ने मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में शरद पवार से मुलाकात की थी। कांग्रेस ने शरद पवार से बातचीत के लिए नसीम खान को लगाया था। इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) ने महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी से 12 सीटें मांगी। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने 19 अक्टूबर को धुले विधानसभा सीट से उम्मीदवार की
घोषणा की। समाजवादी पार्टी ने 18 अक्टूबर को भिवंडी पूर्व से मौजूदा विधायक रईस शेख, भिवंडी पश्चिम से रियाज आजमी और मालेगांव मध्य से शान-ए-हिंद को प्रत्याशी बनाने का ऐलान भी किया था।
विपक्षी दलों के बीच अरमोरी, गढ़चिरौली,गोंदिया, भंडारा, चिमूर, बल्लारपुर, चंद्रपुर, रामटेक, कामठी, दक्षिण नागपुर, अहेरी और भद्रावती वरोरा सीट को लेकर पेच फंसा हुआ था। इनमें से अरमोरी,गढ़चिरौली, चिमूर, बल्लारपुर, कामठी और दक्षिण नागपुर सीट पर पिछले चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। वहीं गोंदिया, चंद्रपुर, रामटेक विधानसभा सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती थीं। इनमें से केवल भद्रावती सीट ही कांग्रेस के पास है। वहां की विधायक प्रतिभा धानोरकर लोकसभा सांसद हैं। सीट बंटवारे की बातचीत के दौरान इन सीटों पर शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस, दोनों ने दावा किया था। विवाद इसी बात पर बना हुआ था। इनके अलावा उद्धव ठाकरे की शिवसेना मुंबई की उन सीटों की भी मांग कर रही थी, जिन्हें कांग्रेस कभी जीत नहीं पाई थी। शरद पवार ने विवाद सुलझा दिया है। एकनाथ शिंदे की पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 22 अक्टूबर देर रात 45 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ठाणे शहर के कोपरी-पाचपाखाडी से तथा आधा दर्जन से अधिक कैबिनेट सदस्यों को उनकी संबंधित सीटों से उम्मीदवार बनाया गया है। सत्तारूढ़ दल ने लगभग उन सभी विधायकों को फिर से टिकट दिया है, जिन्होंने जून 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व करते समय शिंदे का समर्थन किया था। एकनाथ शिंदे ठाणे शहर से सटे कोपरी-पाचपाखाडी से फिर से चुनाव लड़ेंगे। पार्टी ने जलगांव ग्रामीण, सावंतवाड़ी, सिल्लोड और पाटन से क्रमशः गुलाबराव पाटिल, दीपक केसरकर, अब्दुल सत्तार और शंभुराज देसाई को मैदान में उतारा है। एक अन्य कैबिनेट सदस्य दादा भुसे नासिक जिले के मालेगांव आउटर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। मंत्री उदय सामंत और तानाजी सावंत को क्रमशः रत्नागिरी और परांदा से मैदान में उतारा गया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे। मतों की गणना 23 नवंबर को होगी। इस बीच महाविकास अघाड़ी और महायुति में सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत जारी है। सूत्रों के
अनुसार सीट बंटवारे को लेकर दोनों ही गुटों में लगभग सहमति बन गयी है। कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और शरद पवार की एनसीपी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत तय हो गयी है। वहीं बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना
और अजित पवार की एनसीपी ने भी फॉर्मूला तय कर लिया है। महाराष्ट्र में सत्तारुढ़ महायुति गठबंधन में शामिल घटक दल साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य में अभी महायुति गठबंधन की सरकार है और एकनाथ शिंदे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, जबकि डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार हैं।
चुनावी समर के बीच ही नेताओं के दल बदलने का सिलसिला जारी है। इस बीच बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पार्टी का दामन थाम लिया। एनसीपी में अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे ने उनका स्वागत किया। विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट मिलना तय माना जा रहा है।
अजित पवार ने सोशल मीडिया पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। हमें खुशी है कि राजकुमार बडोले जैसे अनुभवी और मुखर नेता के पार्टी में शामिल होने से पार्टी की ताकत निश्चित तौर पर बढ़ी है। एनसीपी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा, पिछले ढ़ाई साल में महायुति की सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है। महायुति में एक समन्यवय है, जहां से मैं लड़ता हूं वहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की जगह है। अर्जुनी मोरेगांव विधानसभा सीट से बडोले दो बार विधायक रहे हैं। गोदिंया इलाके में इनका प्रभाव माना जाता है।
इस बीच गैर-एमवीए और गैर-महायुति दलों के गठबंधन ‘परिवर्तन महाशक्ति’ ने भी महाराष्ट्र विधानसभा की 10 सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की। इस गठबंधन में राजू शेट्टी की स्वाभिमानी शेतकारी संघटना, संभाजी छत्रपति की महाराष्ट्र सुराज्य पक्ष और विधायक बच्चू कडू की प्रहार जनशक्ति शामिल हैं। सांगली जिले में शिरोल और मिराज सीट स्वाभिमानी शेतकारी संघटना को दी गई है और इन दोनों सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा बाद में की जाएगी। संभाजी छत्रपति ने कहा कि शेष उम्मीदवारों की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
वहीं बीजेपी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 99 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है। बीजेपी ने अपने 71 विधायकों को दोबारा टिकट दिया है। लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के मद्देनजर बीजेपी कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती। इसलिए उसने कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में प्रभावशाली नेताओं को बरकरार रखा है तो वहीं कुछ नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट दिया है पूर्व सीएम अशोक चव्हाण की बेटी श्रीजया चव्हाण को भी टिकट दिया गया है। इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नितेश राणे, बीजेपी के राज्यसभा सदस्य धनंजय महादिक के छोटे भाई अमल महादिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे के पुत्र संतोष दानवे, पूर्व सीएम शिवाजीराव पाटिल निलंगेकर के पोते संभाजी पाटिल निलंगेकर, अजीत पवार के करीबी वरिष्ठ नेता पद्मसिंह पाटिल के बेटे राणा जगजीतसिंह पाटिल, पूर्व सांसद
अनिल शिरोले के बेटे सिद्धार्थ शिरोले, विधायक अश्विनी जगताप के साले
शंकर जगताप के अलावा अन्य नाम शामिल है। परिवारवाद का विरोध करने वालों को भी परिवारवाद का सहारा लेना पड़ा है। (हिफी)