मंधाना व प्रतिका ने बढ़ाया देश का मान

(एस.सी. मिश्र-हिफी फीचर)
अभी कुछ दिन पहले ही आस्ट्रेलिया के साथ बार्डर-गावस्कर ट्राफी में भारत की क्रिकेट टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी। हालांकि हमारी टीम के बल्लेबाज और गेंदबाज विश्व स्तर पर किसी से पीछे नहीं हैं लेकिन क्रिकेट को बाईचांस इसीलिए कहा जाता है। उस समय रोहित शर्मा की टीम का हारना हर भारतवासी के लिए दुखद अनुभूति थी। अब आयरलैण्ड के साथ भारत की महिला टीम का एक दिवसीय मुकाबला चल रहा है। इसमंे स्मृति मंधाना की अगुवाई मंे वनडे का सर्वोच्च स्कोर बनाया। यह स्कोर पुरुष और महिला दोनों टीमों से अब तक का सबसे बड़ा है। मंधाना के साथ प्रतिका ने ताबड़तोड़ शतकीय पारियां खेलकर अंतिम वनडे मंे पांच विकेट पर 435 रन बनाए। टीम की कप्तान मंधाना ने मात्र 70 गेेंदों मंे शतक जड़कर सबसे तेज शतक जड़ने का रिकार्ड बनाया है। उन्हांेने हरमन प्रीति का रिकार्ड तोड़ा है। हरमन प्रीति ने 2024 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 87 गेंदों पर शतक जड़ा था। भारत की बेटियों ने देश का मान तो बढ़ाया ही है, साथ ही क्रिकेट प्रेमियों की बार्डर-गावस्कर ट्राफी की निराशा को भी दूर कर दिया है। इसी तरह प्रतिका ने भी विस्फोटक सैकड़ा जड़ा है। प्रतिका बास्केट बाल चैंपियन भी रही हैं। उन्होंने शुरुआती छह पारियों में ही धाक जमा ली है। भारत को अपनी इन खिलाड़ियों पर गर्व है। इनसे अन्य बेटियों को प्रेरणा भी मिलेगी।
भारत और आयरलैंड के महिला टीमों के बीच चल रही वनडे सीरीज के आखिरी मुकाबले में भारत की जीत के साथ कुछ शानदार रिकॉर्ड बने। भारतीय महिला टीम ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, भारत की तरफ से दोनों सलामी बल्लेबाजों ने शतकीय पारियां खेली, जिसमें प्रतिका रावल ने 129 गेंदों में 154 रन बनाए, वहीं स्मृति मंधाना ने 80 गेंदों में 135 रनों की पारी खेली। ऋचा घोष ने भी बेहतरीन अर्धशतक बनाया, उन्होंने 42 गेंदों में 59 रन की पारी खेली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने वनडे क्रिकेट इतिहास में पहली बार 400 रनों से ज्यादा रन का स्कोर खड़ा किया है। भारतीय टीम ने 50 ओवर समाप्त होने के बाद 5 विकेट खो कर कुल 435 रन बनाए।
प्रतिका रावल और मंधाना ने पहले विकेट के लिए 233 रनों की साझेदारी की। प्रतिका रावल का वनडे में यह पहला शतक है। प्रतिका रावल ने महिला वनडे में एक खास विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। प्रतिका रावल महिला वनडे क्रिकेट में पहले 6 पारियों के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बैटर बन गईं हैं। रावल ने ऐसा कर इंग्लैंड की शार्लोट एडवर्ड्स के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। शार्लोट एडवर्ड्स अपने वनडे करियर के पहले 6 पारी के बाद कुल 434 रन बनाने में सफल रहीं थी। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने उम्दा बल्लेबाजी करते हुए इतिहास रच दिया है। वह वनडे फॉर्मेट में 400 का आंकड़ा पार करने वाली दुनिया की तीसरी टीम बन गई है।
महिला वनडे क्रिकेट में इन पंक्तियों के लिखे जाने तक तीन टीमों ने छह बार 400 का आंकड़ा पार किया है। यहां सर्वाधिक बार 400 रन बनाने का खास कमाल न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम के नाम दर्ज है। जिन्होंने चार बार 400 का आंकड़ा पार किया है। उसके बाद ऑस्ट्रेलिया और भारत की महिला टीम ने क्रमशः एक-एक बार इस खास उपलब्धि को हासिल किया है। आयरलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे मुकाबले में आज सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल के अलावा कैप्टन स्मृति मंधाना का बल्ला जमकर चला। पारी का आगाज करते हुए जहां रावल 129 गेंद में 119.38 की स्ट्राइक रेट से 154 रन बनाने में कामयाब रहीं। वहीं मंधाना ने 80 गेंदों में 168.75 की स्ट्राइक रेट से 135 रनों का योगदान दिया। इस दौरान उनके बल्ले से 12 चौके और सात बेहतरीन छक्के देखने को मिले।
प्रतीका रावल और कैप्टन स्मृति मंधाना के अलावा तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए आई विकेटकीपर खिलाड़ी ऋचा घोष भी आखिरी मुकाबले में अच्छे टच में नजर आईं। टीम के लिए उन्होंने 42 भारतीय महिला टीम ने राजकोट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 435 रन बनाए हैं। विपक्षी टीम को यह मुकाबला जीतने के लिए 436 रनों का लक्ष्य मिला।
भारतीय बेटियों ने आयरलैंड को 31.4 ओवर में ही 131 रन पर ढेर कर तीन मैचों की सिरीज जीती। आयरलैंड के खिलाफ आखिरी वनडे मुकाबले में प्रतिका रावल ने राजकोट के निरंजन शाह स्टेडियम में 129 गेंदों पर 20 चौकों और एक छक्के की मदद से 154 रन की पारी खेली और अपना पहला एकदिवसीय शतक बनाया। 24 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने पहले वनडे शतक के रूप में भारत की ओर से महिला क्रिकेट में चौथा सर्वोच्च स्कोर बनाया। प्रतिका ने अपने दूसरे वनडे मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए 86 गेंदों पर 76 रन बनाए और 5 ओवर में 37 रन देकर दो विकेट भी लिए। प्रतिका मनोविज्ञान की विद्यार्थी रही हैं और इस विषय ने क्रिकेट में उनकी काफी मदद की। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें रावल ने बताया कि कैसे मनोविज्ञान के अध्ययन से उनके क्रिकेट करियर को आकार देने में मदद की। रावल ने सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा में 92.5 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के बाद नई दिल्ली के जीसस एंड मैरी कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक किया है। प्रतिका ने बास्केटबॉल भी खेला और जनवरी 2019 में 64वें स्कूल नेशनल गेम्स में स्वर्ण पदक जीता बीसीसीआई द्वारा ‘एक्स’ पर शेयर किए गए वीडियो में रावल ने कहा, ‘मैं इसके (मनोविज्ञान) बारे में अध्ययन करना चाहती थी और जब मैंने इसके बारे में अध्ययन करना शुरू किया तो मैं यह समझने के लिए बहुत उत्सुक थी कि हम मैदान पर और मैदान के बाहर चीजों को मानसिक रूप से कैसे प्रबंधित करते हैं। इससे मुझे क्रिकेट में भी बहुत मदद मिली है। जब मैं मैच से पहले मैदान पर होती हूं तो खुद से बहुत सारी सकारात्मक बातें करती हूं। प्रतिका 2021 से 2024 की शुरुआत तक दिल्ली के लिए खेलीं और बाद में उसी वर्ष वह रेलवे में चली गईं और सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी और सीनियर महिला टी20 ट्रॉफी में भाग लिया। 2021-22 की सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी में उन्होंने 31 अक्टूबर को झारखंड के खिलाफ दिल्ली के लिए अपना लिस्ट ए डेब्यू किया। उन्होंने असम के खिलाफ 155 गेंदों पर नाबाद 161 रन बनाए। पूरे सीजन में उन्होंने सात मैचों में 49.40 की औसत और 78.41 की स्ट्राइक रेट से 247 रन बनाए। 2021-22 की सीनियर महिला टी20 ट्रॉफी में उन्होंने 21 अप्रैल को रेलवे के खिलाफ दिल्ली के लिए टी20 क्रिकेट में डेब्यू किया। 2023-24 की सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी में प्रतिका ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा, 8 मैचों में 68.50 की औसत और 91.94 की स्ट्राइक रेट से 411 रन बनाए। उन्होंने दो शतक बनाए और 141 का सर्वोच्च स्कोर दर्ज किया। उन्होंने 2024 में ईस्ट दिल्ली राइडर्स के लिए खेलते हुए महिला दिल्ली प्रीमियर लीग में भी भाग लिया। प्रतिका ने 2024 में दिल्ली को 2024 अंडर-23 टी20 ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचाया। अपनी टीम के लिए दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी के तौर पर उन्होंने नौ मैचों में 26 की औसत और 85.94 की स्ट्राइक रेट से 182 रन बनाए। (हिफी)