लेखक की कलम

सार्थक चर्चा पर निरर्थक हंगामा

दो दिन बाद ही हम देश की आजादी का 79वां जश्न मनाने जा रहे हैं। ऐसे अवसर पर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार एक सार्थक और ऐतिहासिक चर्चा विधान भवन में करा रही थी। योगी सरकार चाहती है कि आजादी के 100 वर्ष पूरे होने के उपरांत 2047 में भारत कैसा होना चाहिए, उसका विजन हम सभी को मिलकर पूरा करना है। इस विजन को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार ने यह निर्णय लिया कि 13 अगस्त को पूर्वाह्न 11 बजे से 14 अगस्त के पूर्वाह्न तक 24 घंटे अनवरत चर्चा करायी जाय। यह चर्चा सरकार ने शुरू करायी और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने विकसित यूपी के विजन डाक्यूमेंट पर सबसे पहले अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि आज हम जो भी उपलब्धियां देख रहे हैं, उसके पीछे गहरा चिंतन और मनन है। यह बात ठीक उसी तरह है जैसे 14 अगस्त 1947 की रात 12 बजे पंडित जवाहर लाल नेहरू ने बहुत ही सारगर्मित भाषण दिया था जिसे ‘नियति से वायदा’ के नाम से आज भी याद किया जाता है। उस दिन दिल्ली का संसद भवन पक्ष-विपक्ष के नेताओं से खचाखच भरा था और सभी ने इसके स्वर में स्वर मिलाकर संकल्प लिया था। यह सही है कि आज राजनीति की दिशा और दशा बदल चुकी है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यदि 2047 में विकसित भारत का सपना दिखाया है तो उसके विजन पर सभी राज्यों को अमल करना ही होगा। अफसोस है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में विकसित यूपी के विजन पर चर्चा से पहले ही विपक्ष ने हंगामा किया। यह ठीक नहीं है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में 13 अगस्त को नया इतिहास रचा जा रहा है। यहां नॉनस्टॉप 24 घंटे चर्चा शुरू हो चुकी है। सुबह 11 बजे से शुरू होकर यह चर्चा 14 अगस्त को दो बजे तक होनी है। इस दौरान विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश 2047 के विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा होगी। विधानसभा में चर्चा की शुरुआत संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने की। विधान परिषद में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य यह जिम्मेदारी निभा रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिये हैं कि वो अपने विभागों की पिछले 8 साल की उपलब्धियों का रिकॉर्ड जनता के सामने रखें। वहीं विधानसभा के नॉनस्टॉप सेशन पर विपक्ष ने सवाल उठाया है। विपक्ष का कहना है कि इसकी जरूरत क्या है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में विकसित यूपी के विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा से पहले ही हंगामा शुरू हो गया। समाजवादी पार्टी ने विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा से पहले बीजेपी के संकल्प पत्र को लेकर हिसाब मांगना शुरू कर दिया। शिवपाल यादव ने कहा विजन पांच साल का होना चाहिए लेकिन आपने 22 साल आगे का विजन रखा है। यह वोट बैंक के लिए लॉलीपॉप है।
उधर, उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इस चर्चा से पहले मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, महत्वपूर्ण विषय यह है कि भविष्य के लिए सोचकर दीर्घकालीन योजनाएं बनाई जानी चाहिए। कभी-कभी शॉर्ट टर्म योजनाएं बनाई जाती हैं जिसका तत्कालिक लाभ तो होता है लेकिन उसका दीर्घकालीन लाभ नहीं मिलता। प्रधानमंत्री ने हमारे देश के आजादी के 100 वर्षों के पश्चात 2047 में भारत कैसा होगा,उसका एक विजन दिया है और उसके ऊपर काम करना शूरू किया। हर राज्य ने भी 2047 तक अपना विजन बनाया है। इस विजन को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री और सरकार ने यह निर्णय लिया है कि विधानसभा में 24 घंटे अनवरत चर्चा करवाई जाएगी। विधानसभा के सदस्यों के द्वारा अपना विजन रखा जाएगा और सुझाव दिए जाएंगे। सरकार ने ये निर्णय लिया है कि जनता के बीच जाकर उनका सुझाव लिया जाए और उसके बाद 2047 का फाइनल विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जाए।
संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने विकसित यूपी के विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा शुरू की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज हम जो भी उपलब्धियां देख रहे हैं उसके पीछे गहरा चिंतन और मनन है।सुरेश खन्ना ने कहा- प्रदेश देश की दूसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं। किसानों को समय पर भुगतान हो रहा है। सरकार सामाजिक न्याय की दिशा में काम कर रही है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को देश की सबसे विकसित अर्थव्यवस्था बनाना हमारा लक्ष्य है।
ब्रजेश पाठक ने कहा कि पूर्व की सरकारों में सड़कों का बुरा हाल था, कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब थी, बिजली की हालत क्या थी, ये भी सब जानते हैं लेकिन मौजूदा सरकार ने इन व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया। इसके बाद ब्रजेश पाठक ने विकसित यूपी विजन 2047 की बात रखी। उन्होंने विस्तार से बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर यूपी सरकार 2047 तक क्या-क्या करने जा रही है। मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा कि वे जनता जनार्दन का समर्पण भाव से काम कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में प्रदेश तेजी से तरक्की कर रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। इसमें उत्तर प्रदेश का अहम योगदान है। उन्होंने जलशक्ति विभाग की योजनाओं और भविष्य में किए जानेवाले कार्य का उल्लेख किया।
उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र के तीसरे दिन यूपी के विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर चर्चा के दौरान सियासी पारा उस समय चरम पर पहुंच गया जब, शिवपाल यादव ने बोलना शुरू किया। सपा के कद्दावर नेता और विधायक शिवपाल यादव ने सरकार पर तीखा हमला बोला, 2047 के विजन डॉक्यूमेंट को काल्पनिक और बकवास करार देते हुए मौजूदा समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया जिसके जवाब में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने करारा जवाब देते हुए कहा कि 2017 से पहले विधानसभा के बाहर हथियारों से लैस माफिया बैठे रहते थे।
शिवपाल यादव ने विधानसभा में कहा कि बीजेपी सरकार 2047 का काल्पनिक विजन लेकर आई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अरे भाई, आज की भूख का हल नहीं और कल के सपनों का सौदागर बनकर घूम रहे हैं।” यादव ने 2022 के वादों को याद दिलाते हुए सवाल उठाया कि क्या हर बेरोजगार को रोजगार मिल गया? क्या किसानों को पर्याप्त एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) मिल रहा है? उन्होंने कहा, “2047 का सपना छोड़िए, 2025 तक का हिसाब दीजिए।
शिवपाल ने सरकार की नाकामी को उजागर करते हुए कई मुद्दों पर सवाल दागे। उन्होंने कहा कि आज 2025 में 1990 की याद आ रही है, जब बिजली की किल्लत थी। हर जिले में मेडिकल कॉलेज कहां है? महिलाओं की सुरक्षा की बात करने वाली सरकार (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) की रिपोर्ट का क्या जवाब देगी? बलरामपुर में नाबालिग के साथ हुई घटना पर चुप्पी क्यों? उन्होंने गड्ढा मुक्त सड़कों के वादे को भी खोखला बताते हुए कहा, “सड़क ही गड्ढों में हैं। विधानसभा के 5 किलोमीटर के दायरे की सड़कों की हालत जांच लें। इसके जवाब में ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा के कार्यकाल में अपराधियों का बोलबाला कैसा था कौन नहीं जानता। बदमाश खुलेआम घूमते थे और कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई थी। इनके राज में एक सफ्ताह बिजली दिन में और एक सफ्ताह रात में आती थी। इस प्रकार चर्चा कम विवाद ज्यादा हुआ।(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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