लेखक की कलम

दो वोटरकार्ड मामले में घिरे तेजस्वी

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
आरके नगर निवासी वकील राजीव रंजन ने पुलिस को दी शिकायत में लिखा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मतदाता सूची बनाई जा रही है। इसमें तेजस्वी प्रसाद यादव के द्वारा दो मतदाता पहचान पत्र बनवाए गए हैं। दोनों एक ही विधानसभा क्षेत्र के हैं। दो मतदाता पहचान पत्र वोटर आईडी कार्ड मामले में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव फंसते नजर आ रहे हैं। अब पटना के एक थाने में इस मामले को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के खिलाफ दीघा थाने में शिकायत दी गई है। वकील राजीव रंजन ने दो-दो मतदाता पहचान पत्र रखने पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। दीघा थानेदार संतोष कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत मिली है। इस प्रकार बिहार की राजनीति एक बार फिर चुनावी मोड़ और पार्टी छोड़ अभियान पर तेजी से आगे बढ़ रही है। नीतीश कुमार सरकार का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है और उससे पहले राज्य की 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव कराए जाने हैं। अभी चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है। इस बीच नेताओं की राजनीतिक निष्ठा कुछ ज्यादा ही बदल रही है। नीतीश कुमार की पार्टी जद यू के साथ भाजपा के नेता भी अपनी आत्मा की आवाज ज्यादा सुनने लगे हैं। इसलिए नीतीश कुमार एकतरफ चुनावी वादों का अम्बार लगा रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष के आरोपों के अस्त्रों की धार भी कुंठित करते रहते हैं। अभी हाल ही जद यू के प्रदेश कार्यालय में निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा की गयी ताकि कोई पात्र मतदाता अपने मताधिकार से वंचित न रहे। विपक्ष के नेता यही आरोप लगा रहे हैं कि मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण में लाखों लोगों को मतदान से वंचित कर दिया जाएगा। भाजपा, वीआईपी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने हाल ही पाला बदला है। यह क्रम काफी पहले से चल रहा है और मतदान तक चलता रहेगा। हालांकि मतदाताओं ने दलबदलुओं को सबक सिखाना शुरू कर दिया है लेकिन यह परम्परा नहीं बदल रही है। सत्तारूढ़ जदयू प्रदेश कार्यालय में गत 3 अगस्त को हुई एक बैठक में यह फैसला लिया गया कि निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा की जाए क्योंकि विपक्ष इसे बड़ा मुद्दा बना रहा है। बैठक में कुछ अन्य रणनीतियों पर भी विमर्श किया गया।
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश कार्यालय में राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. तनवीर हसन के समक्ष भाजपा अति पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश प्रसाद चैरसिया ने अपने समर्थकों के साथ राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, प्रदेश महासचिव फैयाज आलम कमाल और संजय यादव भी उपस्थित थे ।पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा एवं प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने अभियान से जुड़े कार्यों को प्रभावी रूप से निष्पादित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में यह तय किया गया कि ऐसे सभी मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ा जाए, जो 1 अक्टूबर 2025 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर लेंगे, ताकि वे आगामी चुनावों में अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें। इस बात पर विशेष बल दिया गया कि आमजन के बीच यह जानकारी प्रसारित की जाए कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने, संशोधन कराने अथवा आपत्ति दर्ज कराने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा एक माह का विशेष समय निर्धारित किया गया है। इस अवधि में पात्र नागरिक अपने दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकते हैं।
इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. तनवीर हसन ने भाजपा नेता सुरेश प्रसाद चैरसिया और उनके समर्थकों को राजद की सदस्यता रसीद के साथ लालू जी की जीवनी गोपालगंज से रायसीना पर लिखी पुस्तक देकर सम्मानित किया और सभी को राजद की सदस्यता ग्रहण कराकर स्वागत किया। प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. तनवीर हसन ने कहा कि देश के संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने की लगातार साजिश चल रही है। हम सभी को ऐसी ताकतों का डटकर मुकाबला करना होगा और लालू जी के विचारों और तेजस्वी जी के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाना होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में 17 महीने की महागठबंधन सरकार के दौरान तेजस्वी जी ने नौकरी, रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा, पर्यटन, आईटी सेक्टर, सिंचाई आदि के क्षेत्र में बिहार के विकास का जो रोडमैप तय किया, उससे बिहार में सकारात्मक राजनीति को बल मिला था। बिहार में विकास और रोजगार को मुद्दा बनाकर भाजपा द्वारा नफरत के माहौल को खत्म करने की दिशा में तेजस्वी जी ने जो काम किया है, वह ऐतिहासिक रहा है और उसकी हर तरफ सराहना हो रही है। आज तेजस्वी जी के नेतृत्व पर बिहार की जनता का जो विश्वास और समर्थन है, उसे और मजबूत करने की जरूरत है।
बिहार कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री डॉ. अशोक राम ने पार्टी को अलविदा कहने का फैसला किया है। वर्षों तक कांग्रेस में रहने के बाद अशोक राम गत 3 अगस्त को जेडीयू में शामिल हो गये हैं। अशोक राम ने खुद जेडीयू में शामिल होने की पुष्टि की है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि वे बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु से नाराज थे। अल्लावरु ने उन्हें हाशिए पर डाल दिया था। अपनी उपेक्षा से वे काफी नाराज थे। अशोक राम ने पार्टी छोड़ने की घोषणा करते हुये कहा कि वे बेहद निजी कारणों से कांग्रेस को अलविदा कह रहे हैं। अशोक राम के पिता बालेश्वर राम भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हैं, वे सांसद और विधायक भी रहे।
इधर, कांग्रेस पार्टी से एक दिग्गज नेता ने किनारा किया तो दूसरी तरफ मुकेश सहनी के एक बड़े नेता ने कांग्रेस का दामन थामा। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में गत 2 अगस्त को आयोजित एक मिलन समारोह में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक मुकेश सहनी के निकटतम रहे नेता लालू दांगी ने कांग्रेस पार्टी की विचारधारा एवं नीतियों से प्रभावित होकर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराने के बाद कहा कि लालू दांगी के आने से गया में कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि लालू दांगी ने हमारे नेता राहुल गांधी के सामाजिक न्याय और बिहार की बेहतरी के लिए जारी संघर्ष को देखते हुए पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों को अपनाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सामाजिक न्याय, समावेश और जनसेवा की विचारधारा को लेकर चलती है और ऐसे नेताओं का पार्टी में स्वागत है जो इन्हीं मूल्यों को लेकर समाज के बीच कार्य
करते हैं। कांग्रेस से इस तरह
नेताओं के जुड़ने से उसकी सीट बारगेनिंग ताकत में इजाफा हो
सकता है। हालांकि तेजस्वी यादव अपने भाई तेजप्रताप यादव के चलते थोड़ा असहज महसूस कर रहे हैं लेकिन विपक्ष के सीएम पद का
दावेदार उन्हें ही माना जा रहा है।
अब दो मतदाता पहचान पत्र का
मामला मुसीबत तो खडी ही कर
सकता है। (हिफी)

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