लेखक की कलम

त्योहारों पर अमन के लिए योगी के आदेश

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाशिवरात्रि होली, रमजान, जैसे त्योहारों के शांतिपूर्वक आयोजन को लेकर अधिकारियों संग हाईलेवल की बैठक की। सीएम ने साफ कहा कि जन आस्था को पूरा सम्मान है लेकिन अराजकता स्वीकार नहीं की जाएगी। धर्मस्थलों से अवैध लाउडस्पीकर बजाए जाने की जानकारी मिल रही है, इसके खिलाफ फौरन एक्शन लिया जाए। बहराइच और संभल हिंसा जैसे मामलों से सतर्क सरकार ने त्योहारों के दौरान यूपी पुलिस से हुड़दंगियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि त्योहारों को लेकर लोगों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। धार्मिक परंपरा- आस्था को सम्मान दें, लेकिन अराजकता स्वीकार नहीं की जाएगी। संदिग्ध लोगों पर नजर रखें। परंपरा के खिलाफ किसी नए आयोजन को अनुमति न दी जाए। इसके अलावा धार्मिक स्थलों के बाहर भीख मांगने वालों को नियोजित किया जाए।
सीएम ने अधिकारियों संग बैठक में कहा, कई क्षेत्रों से धर्मस्थलों से अवैध लाउडस्पीकर बजाये जाने की शिकायत मिल रही है. इस पर फौरन एक्शन लेने की जरूरत है। धर्मस्थल परिसर से बाहर लाउडस्पीकर की आवाज नहीं आनी चाहिए। यदि ऐसा होता है तो नोटिस दें, समन्वय से लाउडस्पीकर उतरवाएं अन्यथा की स्थिति में नियमानुसार कार्रवाई करें। सरकार को ऐसे कई इनपुट मिल रहे हैं जिनमें प्रदेश में त्यौहारों के दौरान अराजकता फैलाने के लिए सांप्रदायिक ताकतें प्रयास कर सकती हैं। इसके लिए सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस सबके मद्देनजर योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकारी मशीनरी को न सिर्फ आगाह किया है वरन ऐसे तत्वों को बेनकाब कर सख्त कार्रवाई का भी निर्देश दिया है।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश दिया है कि उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों, रोहिंग्याओं को चिन्हित कर एक्शन लिया जाए। यही नहीं सड़क जाम करने वाले स्ट्रीट वेंडरों पर भी नकेल कसी जाए। जिन जगहों पर अभी भी अवैध टैक्सी स्टैंड चल रहे हैं, उनको खत्म किया जाए। सड़क केवल आवागमन के लिए होना चाहिए। इसके लिए थाना स्तर पर जवाबदेही तय होनी चाहिए।
महाकुम्भ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के दिन प्रयागराज में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना थी। ऐसे में स्नान पर्व के ट्रैफिक-यातायात, रूट प्लान आदि की कार्ययोजना को प्रभावी ढंग से लागू किया गया। वाहन सड़क पर कतई खड़े न रहें, मूवमेंट चलता रहे, यह सुनिश्चित कराया गया। श्रद्धालुओं को संगम स्नान के लिए कम से कम पैदल चलना पड़ा।
महाशिवरात्रि के अवसर पर वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन के लिए लाखों श्रद्धालुओं का आगमन संभावित है। प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
सीएम ने कहा कि कई क्षेत्रों से धर्मस्थलों से अवैध लाउडस्पीकर बजाए जाने की शिकायतें मिल रही हैं। इन पर तत्काल कार्रवाई करें। धर्मस्थल परिसर से बाहर लाउडस्पीकर की आवाज नहीं आनी चाहिए। यदि ऐसा होता है तो नोटिस दें। न मानने पर नियमानुसार कार्रवाई करें।
योगी ने अफसरों को जो निर्देश जारी किये हैं, उनमंे कहा गया होलिका दहन 13 मार्च को होना है फिर अगले दिन शुक्रवार है और होलिकोत्सव है। कानून-व्यवस्था के लिहाज से यह संवेदनशील है। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे. सोशल मीडिया को लेकर अलर्ट रहें।
दरअसल, प्रदेश में कुम्भ आयोजन की सफलता और शासन की योजनाओं का लाभ वंचित वर्ग तक पहुंचाने से राजनीतिक विद्वेष रखने वाली ताकतें अमन शांति के खिलाफ साजिश रचने वाले तत्वों का येन-केन प्रकरेण संरक्षण करते हैं। ऐसे में सरकार प्रदेश में अमन और कानून-व्यवस्था को लेकर सचेत है और अराजक तत्वों के मंसूबों को पहचान कर समय रहते साजिशों को नाकाम करने के लिए कृतसंकल्प है।
ध्यान रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक स्थलों पर फिर नए लाउडस्पीकर लगाए जाने व उनकी मानक से अधिक ध्वनि को गंभीरता से लिया है। योगी ने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा है कि अभियान चलाकर धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों की ध्वनि पूर्व की भांति मानक के अनुरूप नियंत्रित कराई जाए। कुछ माह पूर्व सहज संवाद के माध्यम से धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर हटाये जाने की अभूतपूर्व कार्यवाही हुई थी। लोगों ने जनहित को प्राथमिकता देते हुए स्वेच्छा से लाउडस्पीकर हटाये, जिसकी पूरे
देश में सराहना हुई थी। योगी ने कहा कि कई जिलों में दौरों के समय उन्होंने अनुभव किया है कि कुछ जिलों में फिर से लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं। यह स्वीकार्य नहीं है। अधिकारी तत्काल संपर्क-संवाद कर आदर्श स्थिति स्थापित कराएं। ध्वनि प्रदूषण पर सख्ती से रोक लगाई जाए। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा था कि मांगलिक कार्यक्रम से पहले डीजे व म्यूजिक सिस्टम संचालकों से संवाद कायम करें। किसी को भी अव्यवस्था फैलाने की छूट नहीं मिलनी चाहिए। उच्च स्तरीय बैठक में गृह विभाग की समीक्षा भी की। योगी ने जोन, रेंज व जिला स्तर के वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारियों से कहा कि फील्ड में तैनात अधिकारी व कर्मी जनसमस्याओं के निस्तारण को शीर्ष प्राथमिकता दें। जनसुनवाई कार्यक्रमों को तेजी से आगे बढ़ाया जाए और शिकायतकर्ताओं के साथ संवेदनशील व्यवहार रखा जाए। अधिकारी यह ध्यान रखें कि उनका आचरण आम आदमी के मन में शासन के प्रति विश्वास का आधार बनता है। जनता की संतुष्टि ही आपके प्रदर्शन की श्रेष्ठता का मानक होगा। उन्होंने कहा थाना दिवस व तहसील दिवस को और प्रभावी बनाया जाना आवश्यक है। यह सुनिश्चित किया जाए कि शिकायतों का निस्तारण अगले थाना, तहसील दिवस से पूर्व अवश्य हो। यहां आने वाले मामले कतई लंबित न रहें। (हिफी)

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