अध्यात्म
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अपने कर्तव्य का पालन ही श्रेष्ठ
गीता-माधुर्य-10 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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समता की प्राप्ति के लिए कर्म करना जरूरी
गीता-माधुर्य-8 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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रसबुद्धि को दूर करने की सीख
गीता-माधुर्य-7 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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समबुद्धि प्राप्ति की सीख
गीता-माधुर्य-6 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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शरीर के लिए शोक कैसा?
गीता-माधुर्य-5 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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आत्मा की अमरता का ज्ञान
गीता-माधुर्य-4 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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अर्जुन का मोह
गीता-माधुर्य-3 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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महर्षि व्यास ने दी संजय को दिव्य दृष्टि
योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग और…
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आत्मज्ञान की अंतिम उपलब्धि
राजा जनक कहते हैं कि मैं तो सर्वदा विमल स्वरूप को प्राप्त हो चुका हूं। यह आत्मज्ञान की अंतिम…
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जनक ने बतायी आत्मा की महिमा
आत्मा की महिमा में स्थित राजा जनक कहते हैं कि स्थान एवं समय अज्ञानी के लिए बंधन होते हैं…
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