सम-सामयिक

प्रियंका भी ईडी के शिकंजे में

 

कांग्रेस 139 साल की हो गयी है। नागपुर में अपने उसने स्थापना दिवस 28 दिसम्बर को मनाया। उस समय भी इस पर मंथन जरूर हो रहा होगा कि नेहरू-गांधी परिवार का कौन सितारा मार्गदर्शन कर सकेगा? पार्टी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को राष्ट्रीय अध्यक्ष भले ही बना दिया लेकिन उनकी कोई स्वाधीन सत्ता नहीं दिखती। राहुल गांधी दिन-प्रतिदिन असफलता की तरफ बढ़ रहे हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का जब तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद परिहास कर रहे थे तब राहुल गांधी उसका वीडियो बना रहे थे। टीएमसी सांसद की मिमिक्री उतनी चर्चित नहीं हुई, जितनी चर्चा राहुल गांधी के वीडियो की हो रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने सार्वजनिक रूप से अपने सांसद का बचाव करते हुए यह कहा भी कि अगर राहुल गांधी वीडियो फिल्म न बनाते तो मामला इतना आगे नहीं बढ़ता। इसलिए कांग्रेस के पास अब तुरुप का पत्ता प्रियंका गांधी वाड्रा के रूप मंे ही बचा है। इसी बीच हरियाणा मंे पांच एकड़ जमीन की खरीद-फरोख्त में घोटाले का जाल प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी फेंका गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोप पत्र मंे प्रियंका गांधी का नाम शामिल होने के राजनीतिक मायने लगाए जा रहे हैं। यह भी ध्यान देने की बात है कि लोकसभा चुनाव मंे 80 सांसद देने वाले राज्य उत्तर प्रदेश के प्रभार से प्रियंका गांधी को पिछले दिनों ही मुक्त किया गया है। प्रियंका गांधी वाड्रा की जगह अविनाश पांडे को उत्तर प्रदेश कांग्रेस का प्रभारी महासचिव बनाया गया है। यहां यह भी ध्यान देने की बात है कि ईडी के असीमित अधिकारों को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सुरक्षित है। हो सकता है इस फैसले से आने वाले साल 2024 मंे प्रियंका गांधी वाड्रा को राहत मिले। बहरहाल, अभी तो वे ईडी के शिकंजे मंे फंसती नजर आ रही हैं।

कांग्रेस जब अपना स्थापना दिवस मना रही थी, तभी हरियाणा में पांच एकड़ जमीन की कथित खरीद फरोख्त को लेकर पहली बार कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम ईडी के आरोपपत्र में शामिल किया गया है। प्रियंका के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा का नाम भी इस चार्जशीट में शामिल है।

ध्यान रहे किसी को भी आरोपी नहीं बनाया गया है। प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट एनआरआई बिजनेसमैन सीसी थम्पी और भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक सुमित चड्ढा के खिलाफ दायर की गई थी। ईडी का मानना है कि उन्होंने भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी की मदद की, जिस पर कानूनों के साथ ही आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप है। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने प्रियंका गांधी वाड्रा के दिल्ली स्थित रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा के साथ लेनदेन का जिक्र चार्जशीट में किया है। उन्होंने 2006 में फरीदाबाद में अपनी खेती की जमीन बेची थी और चार साल बाद फिर से वही जमीन खरीदी। ईडी के अनुसार अप्रैल 2006 में फरीदाबाद के अमीपुर गांव में प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम पर एक घर कथित तौर पर खरीदा गया था। उसी समय यह जमीन पाहवा को वापस बेच दी गई थी। एचएल पाहवा से प्रियंका वाड्रा ने कथित तौर पर 2005 और 2006 के बीच अमीपुर में 40.8 एकड़ जमीन खरीदी थी और दिसंबर 2010 में उसे वापस बेच भी दी थी। इसी तरह की डील थम्पी के साथ भी की गई थी।

ईडी ने पहले के आरोपपत्रों में प्रियंका वाड्रा का नाम लिया था। एजेंसी का दावा है कि उनके थंपी के साथ गहरे संबंध थे। हालांकि इस मामले में अब तक प्रियंका जी की कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। पिछले हफ्ते कांग्रेस में बड़े संगठनात्मक फेरबदल किए गए। प्रियंका गांधी वाड्रा की जगह अविनाश पांडे को उत्तर प्रदेश कांग्रेस का प्रभारी महासचिव नियुक्त किया गया। पार्टी के इस कदम को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लोकसभा चुनाव के लिहाज से उत्तर प्रदेश बहुत ही महत्वपूर्ण राज्य है।

कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गुट इंडिया की सदस्य आम आदमी पार्टी ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई के लिए ईडी पर हमला बोला। आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ कहती हैं यह कानून विपक्ष को निर्दोष साबित होने तक दोषी मानता है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 139वां स्थापना दिवस पर महाराष्ट्र के नागपुर में महारैली हो रही थी जिसे हैं तैयार हम नाम दिया गया। एआईसीसी मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सांसद राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, सांसद राजीव शुक्ला, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और अन्य पार्टी नेता मौजूद थे। खरगे ने कांग्रेस का ध्वज फहराया और कहा, स्थापना दिवस पर हम सब मिलकर देश को एक संदेश देना चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी अपने विचारधारा से कभी भी नहीं झुकने वाली है और अपने विचारधारा से आगे बढ़ेगी और यही संदेश हम नागपुर से देना चाहते हैं। खरगे ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का उद्देश्य जन-कल्याण और भारत के लोगों की तरक्की है। कांग्रेस संसदीय लोकतंत्र पर आधारित ऐसे भारत में विश्वास रखती है जिसमें समानता हो, किसी भेदभाव के बिना सभी के लिए अवसर हो और संविधान में रचे-बसे राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक अधिकारों का पालन हो। हमें गर्व है कि पिछले 138 वर्षों से हम पूरी ईमानदारी के साथ ऐसे भारत के निर्माण में संघर्षरत हैं। प्रियंका गांधी ने अपने अकाउंट पर लिखा है। सत्य, अहिंसा, प्रेम और सौहार्द जिसकी बुनियाद है। लोकतंत्र, बराबरी, न्याय और एकजुटता जिसका लक्ष्य है। महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सुभाषचंद्र बोस, सरदार पटेल, मौलाना आजाद और लालबहादुर शास्त्री जिसके पथ-प्रदर्शक हैं। मुझे गर्व है कि मैं उस भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा हूं।

बहरहाल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चार्जशीट में पहली बार प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम का जिक्र हुआ है। रॉबर्ट वाड्रा के साथ-साथ पहली बार प्रियंका गांधी की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। सीसी थंपी और सुमित चड्ढा के खिलाफ दर्ज चार्जशीट में प्रियंका के नाम का जिक्र है। जांच में पता चला कि रॉबर्ट वाड्रा और थंपी के अलावा प्रियंका गांधी ने भी फरीदाबाद में जमीन खरीदी थी। इससे पहले प्रियंका गांधी विवादों से दूर थीं। संजय भंडारी के करीबी थंपी-वाड्रा फाइनेंशियल तफ्तीश के दौरान खुलासा हुआ। इसी तरह प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम पर भी इसी अमीपुर गांव में साल अप्रैल 2006 में खरीदी गई जिसे फरवरी 2010 में पाहवा को ही वापस बेच दिया गया। मामला फंसता तो नजर आ रहा है। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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