पंजाब में गठबंधन इंडिया की उड़ीं धज्जियां
उत्तराखण्ड के उपचुनाव में आम आदमी पार्टी को कांग्रेस के टिकट पर बसंत कुमार को प्रत्याशी बनाना अच्छा नहीं लगा। इसीलिए पंजाब में आम आदमी पार्टी ने विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया को झटका देते हुए लोकसभा की 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। कांगे्रस यहां सीटों का बंटवारा करना चाहती थी। पंजाब की मंत्री अनमोल गगन मान ने प्रेस कांफ्रेंस कर घोषणा की है यहां कांग्रेस के साथ किसी प्रकार की सीटों का बंटवारा नहीं किया जाएगा। पार्टी के निशान झाड़ू पर ही चुनाव लड़ने की बात भी कही है। हालांकि इस पर कांग्रेस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी। पंजाब कांग्रेस प्रमुख राजा वडिंग ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की तरफ से पंजाब कांग्रेस को कहा गया है कि सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी रखें। ध्यान रहे कि इंडिया की मुंबई मंे हुई बैठक में एक समन्वय समिति गठित की गयी थी और कहा गया था कि यहीं समिति लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा करेगी। पंजाब में जिस तरह से आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता ने सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है, उससे लगता है कि पंजाब मंे गठबंधन अभी से बिखर गया है।
आम आदमी पार्टी ने पंजाब में महागठबंधन इंडिया को बड़ा झटका दिया है। पंजाब की मंत्री अनमोल गगन मान ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर ऐलान किया कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पंजाब की 13 सीटों पर आम आदमी पार्टी अकेली लड़ेगी। कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का सीट बंटवारा नहीं किया जाएगा। इसके अलावा गगन मान ने कहा, ‘हम कांग्रेस के साथ कोई भी गठबंधन नहीं करेंगे। भगवंत मान को पंजाब के लोग प्यार करते हैं। लोगों ने ईमानदार पार्टी चुनी है कांग्रेस के साथ कोई भी गठबंधन बर्दाश्त नहीं होगा।’ गगन मान ने कहा, ‘पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। पंजाब के साथ किसी तरह का समझौता नहीं होगा। हम इंडिपेंडेंट चुनाव लड़ेंगे। आम आदमी पार्टी के निशान पर ही चुनाव लड़ा जाएगा। कांग्रेस के साथ किसी तरह की सीट शेयरिंग नहीं करेंगे।’ पंजाब की मंत्री के इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सामंजस्य होने पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। पंजाब के पर्यटन मंत्री अनमोल गगन मान ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी का कोई गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने का फैसला भगवंत मान के नेतृत्व में आप की राज्य इकाई ने लिया था। वहीं पंजाब कांग्रेस के प्रमुख राजा वंडिग से सवाल किया गया कि क्या पंजाब में आप के साथ गठबंधन का पंजाब कांग्रेस के अधिकांश नेता विरोध कर रहे हैं, इसपर राजा वंडिग ने कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मुद्दा है, हम अपने नेतृत्व के साथ चर्चा करेंगे कि किस व्यक्ति की तरफ से कहा गया है। इसके अलावा राजा वंडिग ने स्पष्ट रूप से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की तरफ से पंजाब कांग्रेस को कहा गया है कि वो सभी 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी रखें।
लोकसभा चुनाव से पहले गठित विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में भले ही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी साथ-साथ हो, मगर पंजाब की सियासत में दोनों साथ-साथ चलने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) से हटकर अलग-अलग चुनाव लड़ने के संकेत हैं। दोनों ही राजनीतिक दलों के नेताओं ने यह संकेत देने शुरू कर दिए हैं कि दोनों पार्टियां राज्य में अलग-अलग चुनाव लड़ेंगी। नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा का कहना है कि पंजाब में कांग्रेस को अकेले ही चुनाव लड़ना चाहिए और भाजपा का विरोध करने के लिए बाद में एकजुट होना चाहिए। इसी बीच पंजाब की कैबिनेट मंत्री का बयान आया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट कहा है कि आम आदमी पार्टी को पंजाब की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी किसी भी गठबंधन के हक में नहीं है। आप प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने भी कहा है कि हम स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेंगे। आप के सूत्रों का कहना है कि बातचीत में रुकावट आ गई है क्योंकि कांग्रेस चाहती है कि दोनों पार्टियां सात-सात सीटों (पंजाब में 13 और चंडीगढ़ में एक) पर चुनाव लड़े, जबकि आप उन्हें केवल पांच सीटें देने को तैयार है।
हालांकि, इस बारे में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अलग-अलग चुनाव लड़ना फिलहाल कल्पना है। राज्य में दो मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के बीच संभावित टकराव का संकेत देते हुए सीएम मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने लोगों के जनादेश के बाद पंजाब में अपनी पहली सरकार बनाई है। राज्य ने 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को अभूतपूर्व जनादेश दिया था। हम चुनाव से पहले किए गए वादों के अनुसार जनता की सेवा के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं और अब तक बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और किसान कल्याण, बुनियादी ढांचे के विकास और रोजगार सृजन के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है। इसके बाद हमें बड़े पैमाने पर जनता का समर्थन मिल रहा है। सीएम ने कहा कि अगला संसदीय चुनाव लड़ने का निर्णय उस समय की स्थिति के अनुसार लिया जाएगा।
उन्होंने कि कहा कि हम अच्छी तरह जानते हैं कि चुनाव कैसे लड़ना और जीतना है, अकेले सरकार कैसे बनानी और चलानी है।
अकेले चुनाव लड़ने का पक्ष लेते हुए मान ने कहा कि आप को पंजाब में कुल 117 में से 92 सीटों का ऐतिहासिक जनादेश मिला। दिल्ली में तीन बार सरकार बनाई, गुजरात में 13 फीसदी वोट हासिल किए और देश की सबसे युवा राष्ट्रीय पार्टी बन गई। उन्होंने कहा कि यह सब अपने दम पर चुनाव लड़ने से हासिल हुआ है। इस बीच पर्यटन मंत्री अनमोल गगन मान ने कहा कि आप और कांग्रेस का कोई गठबंधन नहीं होगा और आप राज्य की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने का निर्णय सीएम मान के नेतृत्व में आप की राज्य इकाई द्वारा लिया गया है। कांग्रेस चाहेगी कि गठबंधन हो लेकिन आप ऐसा नहीं चाहती। उन्होंने (कांग्रेस) जालंधर उपचुनाव में बहुत खराब प्रदर्शन किया और वे इस गठबंधन में अपना राजनीतिक पुनरुत्थान देख रहे हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों ही इंडिया का हिस्सा है। पंजाब कांग्रेस शुरू से ही राज्य में किसी भी तरह से आप के साथ गठबंधन के हक में नहीं थी, जबकि हाल ही में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा था कि आप, कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। अनमोल गगन मान और सीएम भगवंत मान के बयान के बाद मामले में नया मोड़ आया है और बताया जा रहा है कि अब आम आदमी पार्टी ने भी केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ सहित राज्य की 14 सीटों पर लड़ने का मन बना लिया है। राज्य की 13 संसदीय सीटों में से केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के अलावा छह का प्रतिनिधित्व कांग्रेस द्वारा किया जा रहा है। राज्य कांग्रेस की बैठक में “आप” के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का कड़ा विरोध किया गया है। कांग्रेस के नेताओं का कहना था कि इस तरह के गठबंधन का लाभ सीधे तौर पर शिरोमणि अकाली दल को होगा। कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष राजा वड़िंग और विपक्ष के नेता प्रताप बाजवा को 16 सितंबर को हैदराबाद में आगामी सीडब्ल्यूसी बैठक में इस मामले को आलाकमान के साथ उठाने के लिए भी कहा है। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)