स्मृति विशेष

हिन्दी पर हमें गर्व है

 

दुनिया भर मंे कितनी ही भाषाएं हैं लेकिन हिन्दी जितनी प्यारी है और समृद्ध, उतनी अन्य कोई नहीं है। इसका कारण है कि हिन्दी की जननी है संस्कृत जिसका विश्व मंे कोई जोड़ नहीं है। हिन्दी एक इंडो-आर्यन भाषा है जिसे देवनागरी लिपि में लिखा जाता है। स्वतंत्रता के बाद संविधान मंे अनुच्छेद 343 के तहत हिन्दी को भारत की आधिकारिक भाषा बनाया गया। देश मंे सबसे अधिक हिन्दी बोली जाती है। इसीलिए 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाने का फैसला किया था। हिन्दी के कई शब्द जैसे योग, मंत्र, अवतार, कर्म आदि अंग्रेजी मंे सम्मानपूर्वक अपनाए गये हैं। संयुक्त अरब अमीरात जैसे मुस्लिम देश में भी हिन्दी को अदालत की तीसरी अधिकृत भाषा माना जाता है आज जब समूचा विश्व व्यापार के जरिए एक परिवार बन गया है और 9-10 सितम्बर को नई दिल्ली मंे सम्पन्न हुए जी-20 सम्मेलन मंे इसे संकल्प के रूप मंे स्वीकार कर लिया गया है, तब दुनिया भर के लोग हिन्दी सीखने को प्राथमिकता दे रहे हैं। हमारे देश में नई शिक्षानीति के तहत इंजीनियरिंग और डाक्टरी की पुस्तकें भी हिन्दी मंे तैयार हो रही हैं। अदालत के निर्णय भी हिन्दी मंे लिखे जाते हैं।

हिंदी दिवस भारत की ऑफिशियल लैंग्वेज के रूप में हिंदी के अनुकूलन का प्रतीक है। केंद्र सरकार की राजभाषा नीति को अनुच्छेद 120 (भाग-5), अनुच्छेद 210 (भाग-6), अनुच्छेद 343, 344 और अनुच्छेद 348 से 351 के तहत विस्तार से बताया गया है। अंग्रेजी, स्पेनिश और मंदारिन के बाद हिंदी दुनिया में चैथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी भारत की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है, उत्तर भारत के अधिकांश लोग इस भाषा को अपनी मातृभाषा के रूप में मनाते हैं।पहला हिंदी दिवस 1953 में मनाया गया था। 14 सितंबर, 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिंदी को नवगठित राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया।
हिंदी एक इंडो-आर्यन भाषा है, जो देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। अनुच्छेद 343 के तहत यह भारत की आधिकारिक भाषा बन गई। 1881 में बिहार ने उर्दू की जगह हिंदी को अपनी एकमात्र आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया और इस तरह हिंदी अपनाने वाला भारत का पहला राज्य बन गया। 26 जनवरी 1950 को हिंदी भारतीय संविधान का हिस्सा बन गई। तब से 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है।

ब्योहर राजेंद्र सिम्हा, हजारी प्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर, मैथिली शरण गुप्त और सेठ गोविंद दास ने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा बनाने के पक्ष में कड़ी पैरवी की। विश्व हिंदी दिवस मनाने की जड़ें 20वीं सदी की शुरुआत में हैं, जब हिंदी को पहली बार भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी।

आजादी के बाद के दुनिया भर में हिंदी बोलने वालों ने भाषा और इसकी संस्कृति का जश्न मनाना शुरू कर दिया और 2006 में पहला विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। भारत के कई हिस्सों में हिंदी सरकार, शिक्षा और व्यवसाय की भाषा है। हिंदी बॉलीवुड की भाषा भी है, जो दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री मानी जाती है।

हिंदी भाषा का महत्व भारतीय जीवन के विभिन्न पहलुओं में देखा जा सकता है। दुनिया भर में आधे अरब से अधिक लोग हिंदी बोलते हैं। भारत के कई राज्यों में सरकारी संवाद की भाषा हिंदी है। इसका उपयोग केंद्र सरकार और भारतीय संसद में भी किया जाता है।
भारतीय न्यायपालिका की भाषा भी हिंदी है और कई कानूनी दस्तावेज हिंदी में लिखे जाते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में देश भर के कई स्कूलों और विश्वविद्यालयों में शिक्षा का माध्यम हिंदी है। कई शैक्षणिक संस्थान हिंदी को दूसरी भाषा के रूप में भी पेश करते हैं और छात्रों को हिंदी सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। बिजनेस में भारत में संचार के लिए हिंदी एक आवश्यक भाषा है। कई व्यवसायों को अपने कर्मचारियों को हिंदी में पारंगत होने की आवश्यकता होती है, खासकर यदि वे देश के उत्तरी हिस्सों में काम करते हैं जहां हिंदी प्रमुख भाषा है। भारतीय साहित्य में हिंदी एक महत्वपूर्ण भाषा है। कई प्रसिद्ध भारतीय लेखकों ने हिंदी में लिखा है और हिंदी साहित्य भारतीय संस्कृति का एक अनिवार्य हिस्सा है। भारत के कई हिस्सों में हिंदी व्यापार की भाषा है। वैश्विक बाजार में हिंदी भी एक आवश्यक भाषा है। हिंदी जानने से भारत में व्यवसायों को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिल सकती है।

आधुनिक युग में हिंदी भाषा को काफी महत्व दिया गया है। दूसरी भाषा के रूप में हिंदी सीखने के कई फायदे हैं। हिंदी संस्कृति और मनोरंजन की भाषा भी है और हिंदी जानने से आपको भारतीय फिल्मों, संगीत और साहित्य की सराहना करने में मदद मिल सकती है। हिंदी सीखना उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है जो भारत में काम करने या व्यवसाय करने की योजना बना रहे हैं। हिंदी जानने से आपको भारतीय राजनयिकों और अधिकारियों के साथ अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करने में मदद मिल सकती है।

विश्व ‘हिन्दी’ की उत्पत्ति ‘हिन्द’ शब्द से हुई है जिसका अर्थ है सिन्धु नदी की भूमि। विश्व के 180 से अधिक यूनिवर्सिटीज में हिंदी पढ़ाई जाती है, जिनमें से 45 अमेरिकी यूनिवर्सिटीज हैं। स्पेनिश, मंदारिन और अंग्रेजी के बाद हिंदी दुनिया में चैथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली पहली भाषा है। हिंदी एकमात्र ऐसी भाषा है जिसमें आप जो लिखते हैं वह वही होता है जो आप उच्चारण करते हैं। दादा साहब फाल्के द्वारा बनाई गई पहली हिंदी फिल्म राजा हरिश्चंद्र 1913 में रिलीज हुई थी। संयुक्त अरब अमीरात में हिंदी को तीसरी ऑफिशियल अदालती भाषा के रूप में अपनाया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी 1977 में बड़े गर्व से हिंदी भाषा के प्रति सम्मान प्रकट किया और संयुक्त राष्ट्र में हिंदी भाषा में भाषण दिया। (हिफी)

(मोहिता स्वामी-हिफी फीचर)

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