नेताओं के विवादास्पद बयान
कुछ नेताओं ने चुनाव जैसे पवित्र उत्सव को मखौल बना दिया है। उनमें मतदाताओं को बरगलाने की होड़ लगी है। चुनाव घोषणा पत्र तो किनारे रख दिये गये हैं और विभिन्न दलों के नेता विवादास्पद भाषण दे रहे हैं। अभी ताजा मामला मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का है। एआईएमआई के नेता असदउद्दीन ओवैसी जो उत्तर प्रदेश मंे अपने गठबंधन साथी के प्रत्याशी के समर्थन मंे वोट मांग रहे थे। उन्होंने भी कथित रूप से धर्म-सम्प्रदाय के आधार पर वोट मांगा। इसके लिए उन्हंे नोटिस दी गयी है। इससे पूर्व फर्रुखाबाद मंे लेाकसभा सीट से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी डा. नवल किशोर शाक्य के समर्थन मंे सभा के दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और उनकी भतीजी सपा नेता मारिया आलम खान ने भड़काऊ भाषण दिया। इनके खिलाफ भी अचार संहिता उल्लंघन की एफआईआर दर्ज करायी गयी है। लोकसभा चुनाव के दो चरण सम्पन्न हो चुके हैं और भड़काऊ भाषणों का सिलसिला कम होने की जगह बढ़ता ही जा रहा है। यह सिलसिला चुनाव की तारीखें घोषित होने से पहले से चल रहा है।
मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी नेता और पूर्व मंत्री इमरती देवी को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी के आपत्तिजनक बयान से बवाल मच गया है। इस विवादित बयान के बाद पटवारी तरह फंस गए हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत बीजेपी की महिला ने भी आलोचना की है। ग्वालियर में सिंधिया ने इमरती पर विवादास्पद बयान के लिए जीतू पटवारी पर भड़कते हुए कहा इसका जवाब चुनाव में महिलाएं देंगी।
दरअसल गत 2 मई देर रात ग्वालियर में जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा के घर पर इमरती देवी को लेकर विवादित बयान दिया गया था। जीतू पटवारी ने कहा था कि देखो ऐसा है, अब इमारती जी का रस खत्म हो गया है, जो अंदर चासनी होती है, उनके लिए वो अब कुछ बाकी नहीं। पीसी चीफ की आलोचना करते हुए राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार ने कहा कि पटवारी के इस कथन पर सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सरीखी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि पटवारी के आपत्तिजनक बयान से समझा जा सकता है कि महिलाओं के प्रति कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मानसिकता कैसी है। सोनिया गांधी और उनकी बेटी प्रियंका को पटवारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।
भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता व विधायक अर्चना चिटनिस ने पटवारी पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की मानसिकता, कथनी और महिलाओं के प्रति भाव यह कितने निकृष्ट हैं। जीतू पटवारी यह स्पष्ट करें कि क्या वह अपनी महिला नेत्रियों में भी इसी प्रकार रस ढूंढने की बात कहेंगे या करते हैं। होने वाले चुनाव में संपूर्ण सभ्य समाज इसका मुंहतोड़ जवाब देगा।
25 अप्रैल को वाराणसी में एक जनसभा असदुद्दीन ओवैसी और अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल शामिल हुईं। इस कार्यक्रम में ओवैसी ने भाषण दिया। अब ओवैसी के भाषण पर बीजेपी ने आपत्ति जताई और चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की। जिसकी जांच के बाद पाया कि इस जनसभा में अवैसी ने भड़काऊ भाषण दिया है। जिसके बाद अपना दल कमेरावादी के जिलाध्यक्ष के साथ असदुद्दीन ओवैसी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि अवेसी द्वारा प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के ऊपर गलत आरोप लगाते हुए धर्म व संप्रदाय के आधार पर मुस्लिम मतों का ध्रुवीकरण करने तथा धर्म के आधार पर समाज को विभाजित करने का प्रयास किया गया, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
इसी प्रकार कायमगंज में (इंडिया) गठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में हुई जनसभा में पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की भतीजी सपा नेत्री मारिया आलम खान द्वारा वोट जिहाद के आह्वान को चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है।उड़न दस्ता मजिस्ट्रेट डा. मनोज कुमार शर्मा ने उक्त वक्तव्य से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के प्रयास के आरोप में सपा नेत्री मारिया आलम व सलमान खुर्शीद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 व धारा 295 ए तथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। यह सभा सलमान खुर्शीद के मुख्य आतिथ्य में आयोजित की गई थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के मुख्य आतिथ्य में हुई सभा में उनकी भतीजी सपा नेता मारिया आलम खां ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के सामने मौजूदा हालत में वोट जिहाद जरूरी है। उन्होंने कहा हर महिला हर पुरुष वोट जिहाद से संविधान बचाने को वोट जिहाद की जंग को लड़ेगा। जनसभा में सपा नेत्री मारिया आलम द्वारा ‘वोट जिहाद’ शब्द का प्रयोग किए जाने पर पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने बताया कि आमतौर पर हम लोग ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने से परहेज करते हैं, क्योंकि इसका शाब्दिक अर्थ गलत लगा लिया जाता है। जिहाद का मतलब किसी परिस्थिति से संघर्ष करने के लिए होता है। यही उनका मंतव्य रहा होगा कि संविधान की रक्षा के लिए वोट जिहाद किया जाए।
कांग्रेस नेताओं की ये आदत में शुमार रहा है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या विपक्ष के किसी बड़े नेता को लेकर कुछ ऐसा बयान दे देते हैं, जो सामने वाले को उन पर हमला करने का मौका दे देता है। लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के साथ-साथ इंडिया गठबंधन के अन्य नेता भी कुछ ऐसे ही बयान देते नजर आ रहे हैं। विपक्षी गठबंधन अब तक कई ऐसे सेल्फ गोल कर चुका है, जिसका खामियाजा उसे लोकसभा चुनाव परिणाम में देखने को मिल सकता है। दरअसल, सत्ता पक्ष हो या विपक्ष दोनों ही स्कोर करने में जुटे हैं, जहां जिसको मौका मिल रहा है, गोल दागने की कोशिश करता है।
छत्तीसगढ़ की एक जनसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शिव नाम वाले अपने प्रत्याशी की तारीफ करते हुए कह दिया कि उनका शिव, राम का मुकाबला करेगा। उन्होंने कहा, शिव कुमार। बराबर ये राम का मुकाबला कर सकते हैं। अब राम और शिव तो एक-दूसरे को अपने देव मानते थे। खरगे के इसी बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता की अदालत में ले गए। पीएम मोदी ने एक जनसभा में कहा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक बेहद गंभीर विषय छेड़ा है। भगवान शिव और राम को लेकर बेहद खतरनाक बयान दिया है। ये गलत इरादे से दिया गया बयान है। हिंदू समाज को बांटने के लिए खेल खेला गया है। वह राम और शिव भक्तों में भेद देखते हैं, भेद करते हैं और भेद कर लड़ाना चाहते हैं। इसी तरह राहुल गांधी ने यह बयान बहुत पहले दिया था कि वह हिंदू धर्म की शक्ति से लड़ना चाहते हैं लेकिन चुनाव की सरगर्मी तेज हुई, तो प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुद्दा बना दिया। राहुल गांधी ने कहा था, हिंदू धर्म में एक शक्ति शब्द होता है, हम शक्ति से लड़ रहे हैं।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। नरोत्तम मिश्रा एक बार फिर अपने एक विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं, जो उन्होंने अपनी ही पार्टी की सांसद हेमा मालिनी को लेकर दिया है। नरोत्तम मिश्रा दतिया के टेऊंराम में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान इलाके के विकास के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, “दतिया में पहले तांगे चलते थे, वहां अब हवाई जहाज चल रहे हैं। दतिया में पहले पानी के टैंकर चला करते थे, लेकिन हमने फिल्टर लगाए ताकि गांव, नगर सब जगह पानी पहुंचे। ये उड़ान भरता दतिया है। हमारे दतिया ने उड़ान भरी तो बाईपास रोड़ बन गए, रिंग रोड़ बन गए, लिबरल अस्पताल मेडिकल कॉलेज बन गए, झुग्गी झोपड़ियां मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बन गईं।” उन्होंने कहा, दतिया ने उड़ान भरी तो यहां बागेश्वर धाम, प्रदीप मिश्रा और कलश यात्रा आई। मेरे दतिया ने उड़ान भरी तो सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लेकर हेमा मालिनी तक को नचवा दिया। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)