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जम्मू-कश्मीर में भी देश के अन्य भाग की तरह शिक्षा सत्र

(हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
जम्मू कश्मीर में स्कूल शिक्षा विभाग में एक समान अकादमिक कैलेंडर लागू करने को मंजूरी दे दी गई है। प्रदेश में विंटर जोन को समाप्त कर दिया गया है। अब पूरे जम्मू कश्मीर में देश के अन्य हिस्सों की तरह ही एकसाथ शिक्षा सत्र शुरू होगा और एकसाथ ही पूरा होगा। यानी अब पूरे जम्मू कश्मीर में 10वीं से 12वीं कक्षा की परीक्षाएं एकसाथ मार्च-अप्रैल में ही होंगी। परीक्षा का यह शेड्यूल मौजूदा अकादमिक सत्र से ही तत्काल प्रभावी माना जाएगा।
जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजुकेशन 10वीं से 12वीं कक्षा की परीक्षाओं का पुनर्गठन करेगा। हार्ड जोन को छोड़कर जम्मू संभाग व कश्मीर संभाग की परीक्षाएं मार्च में होंगी। हार्ड जोन में वे दूरदराज व दुर्गम क्षेत्र आएंगे, जहां सर्दियां बीतने के बाद तक बर्फ पड़ी रहती है। जम्मू व कश्मीर संभाग के हार्ड जोन और लद्दाख की परीक्षाएं अप्रैल में होंगी। जम्मू संभाग, कश्मीर संभाग और हार्ड जोन की परीक्षाओं का परिणाम जून में निकाला जाएगा।
अर्द्धवार्षिक व वार्षिक प्राइवेट परीक्षाएं अगस्त में, परिणाम अक्टूबर में रू इसी तरह जम्मू कश्मीर और लद्दाख में अर्द्धवार्षिक व वार्षिक प्राइवेट परीक्षाएं अगस्त में होंगी और परिणाम अक्टूबर में निकाला जाएगा। बोर्ड परीक्षा शेड्यूल व आवेदन फार्म भरने के संबंधित विस्तार से अधिसूचना जारी करेगा। रजिस्ट्रेशन, रजिस्ट्रेशन का नवीकरण, माइग्रेशन, योग्यता, विषय में बदलाव आदि की अधिसूचना अलग से जारी होगी। परीक्षा का यह शेड्यूल मौजूदा अकादमिक सत्र से तत्काल से प्रभावी माना जाएगा।
अर्द्धवार्षिक परीक्षा के परिणाम तक अगली कक्षा में रह सकेंगे छात्र रू जो विद्यार्थी 10वीं और 11वीं कक्षा की परीक्षा देंगे, उन्हें परिणाम से पहले 11वीं व 12वीं कक्षा में दाखिला दे दिया जाएगा। जो विद्यार्थी पास नहीं होंगे, उन्हें भी अगली कक्षा में तब तक रहने दिया जाएगा, जब तक अर्द्धवार्षिक परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं हो जाता है। पहले ऐसा नहीं था। वहीं जो बच्चे अर्द्धवार्षिक परीक्षा में भी फेल होंगे, उनके दाखिले को रद कर दिया जाएगा।
पहले यह थी व्यवस्था रू कश्मीर संभाग व जम्मू संभाग के ङ्क्षवटर जोन में परीक्षाएं पहले नवंबर और दिसंबर में होती थी। वहीं, जम्मू संभाग के समर जोन की परीक्षाएं मार्च अप्रैल में होती थी। इसके बाद परिणाम भी अलग-अलग आते थे।
क्या है विंटर व समर जोन रू पूरे कश्मीर सहित जम्मू संभाग के ऐसे पहाड़ी क्षेत्रों के स्कूलों को विंटर जोन में रखा गया था, जहां सर्दियों में अधिक बर्फबारी के कारण स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो पाती थी, ऐसे में वहां बर्फ गिरने से पहले ही परीक्षा लेकर छुट्टियां घोषित कर दी जाती थीं, लेकिन बेहतर सुविधाओं के चलते अब कोई परेशानी नहीं रह गई है। वहीं, जम्मू संभाग के मैदानी इलाके के स्कूलों को समर जोन में रखा गया था।

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