नीम का प्रत्येक अंग है रामबाण
घरेलू डाक्टर, नीम की पत्ती का फायदा सभी लोग जानते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि नीम की निंबोली खाना कितना फायदेमंद होता है।नीम की निंबोली खाने में कड़वी होती हैं लेकिन इनमें विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट्स, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। निंबोली खाने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है, ब्लड शुगर कंट्रोल में मदद मिलती है, पेट की समस्याएं दूर होती हैं और स्किन इंफेक्शन भी ठीक होते हैं।
नीम का पेड़ प्राचीन काल से ही भारतीय आयुर्वेद में अत्यधिक महत्व रखता है। नीम के पेड़ का प्रत्येक भाग जैसे- पत्ते, टहनियाँ, छाल, बीज, जड़, फल और फूल, सभी का उपयोग पारंपरिक आयुर्वेदिक उपचारों में किया जाता रहा है। नीम का निंबोली खाने का सबसे अच्छा तरीका है कि इन्हें सुबह खाली पेट चबाएं। इसके अलावा, इन्हें चाय, सूप या सलाद में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। निम्बोलियों को पीसकर पेस्ट बनाकर घाव या स्किन पर लगाया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि एक बार में ज्यादा मात्रा में न खाएं क्योंकि ये पेट में जलन पैदा कर सकती है, इसका सेवन संतुलित मात्रा में ही करना चाहिए।
नीम के निंबोला में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं जो माउथ अल्सर के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया और फंगस को मारते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट मुंह के अल्सरेशन और सूजन को कम करता है। निंबोली में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं जो बैक्टीरिया, वायरस और फंगस जैसे संक्रमण कारकों को मारते हैं। इसमें पाए जाने वाले फाइटोकेमिकल्स शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं जिससे बिमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। यह खून में मौजूद व्हाइट ब्लड सेल्स और एंटीबॉडीज की संख्या बढ़ाती हैं। निंबोली आपकी स्किन के लिए एक बहुत ही पोषक तत्व हैं।