देश

सीएम मोहन यादव का निर्देश 20 जनवरी से हटेगा भोपाल बीआरटीएस, बैरागढ़

भोपाल। राजधानी भोपाल का बीआरटीएस कॉरिडोर 15 साल बाद हटेगा। इसे हटाने का काम 20 जनवरी से शुरू होगा। अगले तीन महीने में इसे पूरा हटा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने की कार्ययोजना पर अधिकारियों से चर्चा की। बीआरटीएस को हटाने का काम तय समयसीमा हो। कॉरिडोर को यातायात में सुगमता और जनसुविधा के लिए हटाया जा रहा है। अतरू जहां ट्रैफिक का दबाव सर्वाधिक हो, वहीं से बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने का काम शुरू किया जाए। बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने का काम बैरागढ़ से शुरू होगा। हलालपुर से सीहोर नाका तक बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने की कार्रवाई लोक निर्माण विभाग द्वारा की जाएगी। शेष तीन भागों में नगर निगम भोपाल कॉरिडोर हटाएगा। कॉरिडोर हटने के बाद आवागमन के लिए छह लेन की सुविधा उपलब्ध होगी। हटाने के काम में करीब 27 करोड रुपये खर्च आएगा।
बता दें तत्कालीन शिवराज सरकार ने भोपाल बीआरटीएस को 2011 में संशोधित डीपीआर के बाद मंजूरी दी थी। इसका काम दो साल बाद सितंबर 2013 में पूरा हुआ था। इसमें संत हिरदाराम नगर बैरागढ़ से लेकर मिसरोद तक का 24 किमी का निर्माण किया गया। इस पर करीब 360 करोड़ रुपये खर्च किया गया।
बीआरटीएस यानी बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम यानी बसों के परिवहन के लिए कॉरिडोर होता है। इसे चौड़ी सड़कों पर सार्वजनिक बसों के परिवहन के लिए बनाया जाता है। इसमें बसों के अलावा किसी दूसरे वाहन के आवागमन की अनुमति नहीं होती है।
बीआरटीएस के निर्माण के बाद दूसरे वाहनों के सड़क की चौड़ाई कम हो गई। जिससे जाम जैसी स्थिति निर्मित होने लगी। वहीं, कई बार कॉरिडोर के अंदर से दूसरे वाहन का भी संचालन होते देखा गया। वहीं, कई जगह बीआरटीएस का ओपन हिस्सा होने से जाम की स्थिति पहले जैसी ही देखी गई। इससे बीआरटीएस की उपयोगिता पर ही सवाल खड़े होने लगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button