धर्म-अध्यात्म
-
दैवी संपत्ति वाले के लक्षण
गीता-माधुर्य-29 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
Read More » -
अज्ञान से उत्पन्न होता तमोगुण
गीता-माधुर्य-27 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
Read More » -
प्रकृति और पुरुष दोनों अनादि
गीता-माधुर्य-26 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
Read More » -
निर्गुण के उपासक होते हैं विवेकी
गीता-माधुर्य-25 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
Read More » -
भगवान के सर्वश्रेष्ठ उपासक
गीता-माधुर्य-25 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
Read More » -
अर्जुन की विनय पर कृष्ण हुए द्विभुज रूप
गीता-माधुर्य-24 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
Read More » -
भगवान ने बतायीं दिव्य विभूतियां
गीता-माधुर्य-22 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
Read More » -
अर्जुन को ब्रह्म के बारे में बताया
गीता-माधुर्य-18 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
Read More » -
चार प्रकार के होते हैं भक्त
गीता-माधुर्य-17 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
Read More » -
मन चंचल, जिद्दी व बलवान
गीता-माधुर्य-15 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
Read More »