कारोबार
मोटे अनाज की खेती पर नकद प्रोत्साहन: सीएम मोहन यादव
मध्य प्रदेश को अपने मोटे अनाजों मसलन ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटक आदि की खेती के लिए जाना जाता है। ये अनाज प्रमुख रूप से मंडला, डिंडोरी, बालाघाट, शहडोल, अनूपपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सीधी और सिंगरौली जिलों में उगाए जाते हैं।
मोटे अनाज की खपत और उसके उत्पादन को बढ़ावा देने तथा इस बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को इंटरनैशनल इयर ऑफ द मिलेट घोषित किया था। हालांकि प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक साजी थॉमस कहते हैं कि सरकार का ताजा निर्णय आगामी लोकसभा चुनाव से जुड़ा हो सकता है क्योंकि मिलेट की खेती से जुड़े लगभग सभी जिले आदिवासी बहुल हैं। देश में आगामी गर्मियों में आम चुनाव होने हैं।