राजनीति

मध्य प्रदेश में सियासी तमाशा

 

चुनाव के समय राजनीति में इस तरह की बातें देखने को मिलती हैं, जिनको तमाशा कहना ही उचित होगा। चुनाव प्रचार करना सभी का अधिकार है लेकिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जब मध्य प्रदेश के शहडोल में चुनाव प्रचार करने पहुंुचे। प्रचार करते-करते शाम हो गयी थी तो उनका काफिला शहडोल में ठहर गया। सबेरे राहुल गांधी का काफिला जब उमरिया की तरफ जा रहा था तो रास्ते में महुआ बीनती हुई कुछ महिलाएं दिख गयीं। यह समय महुआ के टपकने का है। सोंधी सुगंध राह चलते लोगों को रोक लेती है लेकिन राहुल वोट की राजनीति के तहत वहां रुक गये और खेतों में काम कर रही महिलाओं से बात करने लगे। बताते हैं कि राहुल गांधी ने उन महिलाओं से उनकी परेशानी के बारे में पूछा लेकिन वे महिलाएं भी अच्छी तरह से जानती हैं कि उनकी परेशानी दूर करने ये नेता कभी लौटकर नहीं आएंगे। इसी प्रकार मध्य प्रदेश के सीधी संसदीय क्षेत्र में 2 दिन पहले ही एक महिला नेता ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। उनको भाजपा की सदस्यता रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ग्रहण करायी थी लेकिन अब वह फिर से कांग्रेस में लौट आयी हैं। सबसे मजेदार तो उनका यह जवाब है कि भाजपा की सदस्यता लेने जाते समय उनको पता नहीं था कि उनको वहां क्यों ले जाया गया? राहुल गांधी के सामने तो दिलचस्प मामले होते ही रहते हैं। शहडोल में राहुल के काफिले को विश्राम इसलिए करना पड़ा था क्योंकि खराब मौसम के कारण उनका हेलिकाॅप्टर उड़ान नहीं भर पाया। अगर हेलिकाॅप्टर से वह निकलते तो महिलाओं के साथ महुआ बीनने का सौभाग्य कैसे मिलता।

मध्य प्रदेश के सीधी संसदीय क्षेत्र में प्रथम चरण में ही मतदान होना है। कांग्रेस से बड़ी संख्या में लोग भाजपा का दामन थाम रहे हैं। इसी दल-बदल के दौर में गत 6 अप्रैल को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सीधी पहुंचे और पार्टी प्रत्यशी राजेश मिश्रा के पक्ष में प्रचार किया। इस दौरान सीधी नगर पालिका की अध्यक्ष काजल वर्मा ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। दो दिन बाद ही कांग्रेस के जिला कार्यालय में काजल वर्मा के ससुर और कांग्रेस नेता विनोद वर्मा के साथ पत्रकारों से मुखातिब हुईं। बहुत ही भोलेपन से सफाई दी कि मैं वहां गयी तो थी लेकिन मेरे को पता नहीं था कि मैं कहां जा रही हूं। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस पार्षदों के समर्थन से अध्यक्ष बनी हूं और कांग्रेस में ही रहूंगी। बताया जाता है कि काजल वर्मा के दल बदलने से कांग्रेसी पार्षद नाराज हो गये और उन्होंने प्रेसीडेन्ट इन काउंसिल सदस्य पद से इस्तीफा दे दिचा था। मजबूरन काजल को लौटना पड़ा।

लोकसभा चुनाव के चलते ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी एमपी के दौरे पर गए हुए थे, लेकिन हेलीकॉप्टर का फ्यूल बीच रास्ते ही खत्म होने के चलते राहुल गांधी को शहडोल में ही रात बितानी पड़ी। अगले दिन सुबह जब राहुल गांधी का काफिला शहडोल से उमरिया की तरफ जा रहा था, तभी रास्ते में उन्हें खेतों में महुआ बीनती हुईं कुछ महिलाएं दिखीं। राहुल गांधी ने अपनी यात्रा को वहीं रोककर, खेतों में काम कर रहीं महिलाओं के पास जाकर उनसे बात की। राहुल गांधी ने उन महिलाओं से उनकी परेशानियों के बारे में चर्चा की और उनकी समस्याओं के बारे में भी बात की।

बताया गया कि राहुल गांधी ने इन महिलाओं की जिंदगी के बारे में भी चर्चा की, साथ ही जीवन में आने वाली रोज की समस्याओं पर भी बातचीत की। इतना ही नहीं जमीन पर पड़े महुआ को राहुल गांधी ने अपने हाथों से उठा कर खुद भी देखा। राहुल गांधी ने इन महिलाओं के साथ तस्वीरें भी खिचवाईं और अपने काफिले के साथ आगे की तरफ बढ़ गए।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 8 अप्रैल को मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में रात्रि विश्राम करना पड़ा क्योंकि खराब मौसम के कारण उनका हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी। हालांकि, बाद में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान समेत भाजपा नेताओं ने दावा किया कि हेलीकॉप्टर का ईंधन खत्म होने की वजह से राहुल गांधी उड़ान नहीं भर सके।

राहुल गांधी अपनी पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के लिए मध्य प्रदेश में थे और उन्होंने मंडला और शहडोल में दो रैलियों को संबोधित किया, जहां 26 अप्रैल को मतदान होगा। मप्र कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने बताया, ‘शहडोल में खराब मौसम के कारण उनका हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। यहां से गांधी को जबलपुर जाना था, जहां से उन्हें दिल्ली के लिए रवाना होना था। राहुल गांधी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर लिखा, आज थोड़ा हेलीकॉप्टर का मिजाज बदला और थोड़ा हमारा। तो फिर आज की शाम, शहडोल के नाम। यहां का अच्छा खाना और संगठन पर चर्चा जारी है। वीडियो में राहुल गांधी एमपी कांग्रेस नेताओं के साथ भोजन करते भी नजर आ रहे हैं।
उधर, अपने पिता ज्योतिरादित्य के प्रचार अभियान के दौरान महान आर्यमन आम लोगों से बेहद सहज तरीके से मिल रहे हैं। वह कहते हैं कि गुना ही नहीं पूरे मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की लहर है। उनका परिवार जनता की सेवा के लिए राजनीति करता है। अपनी जनता से मिलने वाले प्रेम से हमें ऊर्जा मिलती है। महान आर्यमन हाल ही में अचानक चन्देरी की सड़कों पर पहुंचे। उन्होंने समोसे छाने और कार्यकर्ता सहित आम जनता को चाय पिलाई। इसके बाद एक चाय-नाश्ते की दुकान पर रुके और समोसे खाए।

बाजार में उनसे मिलने सैंकड़ों शहरवासी पहुंचे। सिंधिया रेढ़ी पटरी वालों से भी मिले और उनका हाल-चाल जाना। उनकी जरूरतों को सुना। महान आर्यमन सिंधिया एक घंटे से अधिक सड़क पर रहे। चंदेरी की सड़कों पर जनसंपर्क करने के बाद वे बुनकर आदिवासी समाज के गांव पहुंचे। यहां जमीन पर बैठकर उन्होंने महिलाओं व लड़कियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि देश में ट्रिपल इंजन की सरकार है। एक इंजन पीएम नरेंद्र मोदी का, दूसरा इंजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का और तीसरा इंजन मेरे पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया का। केंद्रीय मंत्री सिंधिया के बेटे महान आर्यमन ने हाल ही में कोलारस पहुंचकर रोड शो किया। उन्होंने युवा वोटरों से पिता के पक्ष में वोट मांगे। उन्होंने कहा कि मैं पहली बार यहां नहीं आया हूं। आप ही के बीच का, आप ही के परिवार का एक सदस्य हूं। आपके बीच लगातार आता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार और आप सब का रिश्ता एक ही है और हम एक ही परिवार के सदस्य हैं। उन्होंने कोलारस की मशहूर गुजिया की दुकान से गुजिया ली और फिर अपनी जेब से गुजिया के पैसे दिए। दुकानदार ने गुजिया के पैसे लेने से मना किया तो कहा जब अगली बार आऊंगा, तब मत लेना। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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