प्रेरणास्पद लघुकथा
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☆ लघुकथा – उसका सच…. ! ☆
सूरज की किरणें उसके कमरे की खिडकी से छनकर भीतर आ रही हैं। नया दिन शुरू हो गया पर…
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☆ लघुकथा – एक और फोन कॉल … ☆
फोन की घंटी बजती तो पूरे परिवार में सन्नाटा छा जाता। किसी की हिम्मत ही नहीं होती फोन उठाने…
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☆ लघुकथा – सिहरन… ☆
☆ लघुकथा – सिहरन… ☆ आशा! चल तेरा कस्टमर आया है। बिटिया तू बैठ, मैं अभी आई काम करके। जल्दी…
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☆ प्रेम ना जाने कोय ☆
शादी के लिए दो साल से कितनी लडकियां दिखा चुकी हूँ पर तुझे कोई पसंद ही नहीं आती। आखिर…
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☆ गोली लगी, पर तिरंगे को झुकने न दिया ☆
अठ्ठारह साल की दुबली – पतली लडकी कनकलता बरुआ हाथ में अपने देश की शान तिरंगा झंडा लिए जुलूस के आगे…
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☆ माँ सी….!☆
मीना की निगाहें कमला के घर पर ही लगी थीं। दो लडके बडी देर से उसके घर के बाहर चक्कर…
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हिरण्याक्ष-वध
हिरण्याक्ष और हिरण्यकशिपु ने जब दिति के गर्भ से जुड़वां रूप में जन्म लिया, तो धरती कांप उठी। आकाश में…
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शबरी के बेर
शबरी जाति की उसी भीलनी का नाम था श्रमणा। बाल्यकाल से ही वह भगवान श्रीराम की अनन्य भक्त थी। उसे…
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देवताओं का गर्व-भंग
तब भी विश्व में पाप और उच्छृंखलता बढ़ती है, तब सर्वव्यापी ब्रह्म किस प्रकार उनका विनाश करके फिर से शांति…
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