राजनीति

गडकरी का आत्मविश्वास

 

राजनेताओं मंे जहां इस बात का भय रहता है कि उनकी कुर्सी न छिन जाए, वहीं कुछ नेता आत्मविश्वास से लवरेज रहते हैं। ऐसे ही नेताओं में केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी हैं। पार्टी ने उनको 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर से प्रत्याशी बनाया है। नागपुर से चुनाव लड़ेंगे। पिछले दिनों एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम मंे गडकरी का आत्मविश्वास छलका था। उन्होंने कहा कि मुझे किसी प्रकार के प्रचार की जरूरत नहीं है। मेरा काम बोलता है। यह सच है कि देश भर में एक्सप्रेस-वे, राष्ट्रीय राजमार्ग और राजमार्गों का जिस तरह जाल बिछाया गया है, उनको देखकर गडकरी ही याद आते हैं। परिवहन के क्षेत्र मंे नितिन गडकरी नयी दिशा भी बना रहे हैं। दरअसल परिवहन के मौजूदा ढांचे से सुविधाएं तो मिली हैं लेकिन प्रदूषण की आशंका भी बढ़ती जा रही है। विश्व स्तर पर हम कहते भी हैं कि भारत प्रदूषण नियंत्रण की दिशा मंे तेजी से काम कर रहा है। इसीलिए परिवहन मंत्री नितिन गडकरी अब इलेक्ट्रिक वाहनांे को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे प्रदूषण नहीं होता है। गडकरी ने पिछले दिनों कहा था कि दिल्ली से शिमला और चंडीगढ़ तक जाने के लिए अब इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। इनका किराया भी 30 फीसद कम होगा। देश के लगभग सभी बड़े शहरों में सीएनजी वाली बसें चल रही हैं। स्कूटी से लेकर इलेक्ट्रिक कार तक अब आम जनता की पसंद बन चुकी हैं।
एक मीडिया ग्रुप के कार्यक्रम ‘राइजिंग भारत 2024’ के मंच से केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि वह भाजपा का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे। नितिन गडकरी ने अपनी जीत की भविष्यवाणी करते हुए कहा कि एनडीए इस बार 400 का आंकड़ा पार करेगा और पीएम मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। वहीं, नितिन गडकरी ने कहा कि उन्हें चुनाव जीतने के लिए पोस्टर-बैनर से प्रचार करने की जरूरत नहीं है। उनका काम बोलता है। उनके काम की वजह से लोग उन्हें जानते हैं। इसलिए वह मैन टू मैन कैंपेनिंग करेंगे। नितिन गडकरी ने कहा, ‘मैं जातिवाद और सांप्रदायिकता को नहीं मानता। हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है कि सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास। मैं अपने क्षेत्र में जितने लोग हैं, सबको परिवार समझता हूं। 10 सालों में मैंने जो काम किया है, उससे लोगों ने मेरा नाम भी जाना है और काम भी। इसलिए मुझे पोस्टर और बैनर से प्रचार करने की जररूत नहीं। क्योंकि मैं लोगों से जुड़ा हूं, मुझे लोगों को वोट के बदले कुछ सेवा देने की जरूरत नहीं। मैं लोगों से मिलूंगा, लोगों के घर जाऊंगा और उनसे आशीर्वाद लूंगा। मैं हाउस टू हाउस और मैन टू मैन कैंपेन करूंगा। मेरा विश्वास है कि मैं अच्छे मार्जिन से चुनाव जीतूंगा।’

नागपुर से तीसरी बार चुनाव जीतने के सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा, ‘मोदी जी प्रधानमंत्री बनने ही वाले हैं, यह तय है। दूसरी बात यह है कि हम 400 पार जाने वाले हैं, यह तय है और मैं भी चुनाव जीतने वाला हूं यह निश्चित है।’ सोनिया गांधी की ओर से तारीफ वाले सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा, ‘मुझे भी आश्चर्य है। क्योंकि संसद में सबने मुझे धन्यवाद दिया। कानूनी काम और नियम के अनुसार सबका होना चाहिए और गलत काम किसी का नहीं होना चाहिए। जो भी लोग समस्या लेकर मेरे पास आते हैं, मैंने सबका काम किया है।’ अपने व्यक्तित्व से जुड़े सवाल पर नितिन गडकरी ने राइजिंग भारत मंच पर कहा कि आप एनालिसस कर सकते हैं कि मैं कैसा हूं। जो सवाल पूछते हैं, मैं नम्रतापूर्वक जवाब देता हूं। जो सच है, उसे बताता हूं। मुझे नहीं लगता है कि इसमें कोई समस्या है।

गडकरी ने कहा दिल्ली से शिमला और चंडीगढ़ तक जाने के लिए सफर की सुविधाएं और बढ़ने वाली हैं। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आने वाले दिनों के लिए मेगा प्लान बताया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही दिल्ली आसपास के पर्यटन स्थलों तक इलेक्ट्रिक बसें चलाने की तैयारी है। इसके बाद पूरे देश में इलेक्ट्रिक बस दौड़ाई जाएगी। इसका फायदा पर्यटक और पर्यावरण दोनों को मिलेगा। हमारी योजना देश में लंबी दूरी तक इलेक्ट्रिक बसें चलाने की है। इससे किराया भी कम होगा और प्रदूषण भी घटेगा। गडकरी कहते हैं, सरकार अगले 5 साल में देश के लगभग सभी शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलाने की पूरी प्लानिंग कर चुकी है। साथ ही कुछ लांग रूट यानी लंबी दूरी के रूट पर भी इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। इसमें दिल्ली से शिमला और चंडीगढ़, पुणे से मुंबई के बीच इलेक्ट्रिक बस चलाने की तैयारी है। अभी देश के लगभग सभी बड़े शहरों में सीएनजी वाली बसें चलती हैं, जिनसे प्रदूषण कम तो हुआ है, लेकिन अब भी इस पर काफी काम किया जाना बाकी है। नितिन गडकरी ने कहा कि इलेक्ट्रिक बसों के आने से पर्यटकों और यात्रियों को भी फायदा होगा। पारंपरिक ईंधन पर चलने वाली बसों के मुकाबले इलेक्ट्रिक बसों से चलने पर किराये में 30 फीसदी कटौती होगी। इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि देश में बैटरी का निर्माण शुरू होने के बाद इसकी कीमतों में तेजी से गिरावट आ रही है। गडकरी ने कहा कि देश में लीथियन आधारित बैटरी का उत्पादन 3 गुना से भी ज्यादा बढ़ चुका है। बीते कुछ साल में इसमें 350 फीसदी का उछाल आया है। उत्पादन बढ़ने से इसकी कीमतों में भी गिरावट आई है। लीथियम ऑयन बैटरी की कीमत 150 डॉलर प्रति किलोवॉट से गिरकर 120 डॉलर प्रति किलोवॉट तक आ चुकी है। जब इसकी कीमत 100 डॉलर प्रति किलोवॉट तक पहुंच जाएगी तो किराये में भी 30 फीसदी तक गिरावट दिखने लगेगी। गडकरी ने कहा कि बैटरी की कीमतों में गिरावट आने के बाद इलेक्ट्रिक वाहन चलाने की कॉस्ट भी कम हो जाएगी। अगर आप पेट्रोल-डीजल पर महीने में 20 से 25 हजार रुपये खर्च करते हैं तो इलेक्ट्रिक कार पर आपका खर्चा 2,000 रुपये तक सीमित हो जाएगा।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का मानना है कि चुनावी बॉन्ड न हो तो चुनाव में कालाधन आएगा। इस पर चर्चा होनी चाहिए कि चुनावी बॉन्ड से बेहतर क्या है। उन्होंने कहा कि यदि आप बॉन्ड को स्वीकृति नहीं देंगे तो लोग नंबर दो में पैसे लेंगे। गडकरी ने कहा, “चुनाव में पैसा लगता है, सभी पार्टियों का लगता है और आप यदि इकोनॉमी को अच्छा करेंगे, नंबर एक पर ले जाएंगे तो बॉन्ड के रूप में नंबर एक में पॉलिटिकल पार्टी को फाइनेंस होता है, इसी भावना के साथ योजना बनी थी। तब अरुण जेटली जी वित्त मंत्री थे। इसमें गलत क्या था।” उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर वह कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। गडकरी ने कहा, “अगर आप बॉन्ड को स्वीकृति नहीं देंगे तो लोग नंबर दो में पैसे लेंगे। मुझे लगता है कि सभी पार्टियों को इस तरह का सोर्स मिल जाएगा तो अच्छा होगा। दुनिया में भी कुछ जगहों पर पार्टियों को सरकार फाइनेंस करती हैं।” चुनावी बॉन्ड में कालेधन को लेकर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “जिस पैसे से रोजगार पैदा होता है, जिस पैसे से विकास होता है और जिस पैसे से गवर्नमेंट का रेवेन्यू बढ़ता है, उसे हम ब्लैक कैसे कहें। समस्या है कि कोई पैसा लेकर दुनिया में कहीं दूसरी जगह डालता है।”

उन्होंने कहा, “अरुण जेटली जी जब यह (चुनावी बॉन्ड) लाए थे तो विपक्ष के लोगों से भी चर्चाएं की थीं। यह मेरा विषय नहीं है, लेकिन लोकतंत्र में हम आम सहमति से ऑप्शन ढूंढ सकते हैं, क्योंकि जरूरत तो है। ऐसे में सबसे अच्छा ऑप्शन कौन-सा होगा जो लोकतंत्र को गुणात्मक तरीके से मजबूत करेगा, तो उस बारे में सभी लोगों को सोचना चाहिए।” (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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