प्रकाश आम्बेडकर भी गठबंधन से अलग
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लोकसभा चुनाव 2024 मंे सत्ता से बाहर करने का लक्ष्य लेकर बना विपक्षी दलों का महागठबंधन सभी राज्यों मंे दरक रहा है। महाराष्ट्र मंे पहले ही शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मंे बिखराव हो चुका है। अब वहां की एक बड़ी सियासी शख्सियत माने जा रहे प्रकाश आम्बेडकर भी महागठबंधन से अलग हो गये हैं। उनकी पार्टी वंचित बहुजन आघाड़ी ने महाविकास अघाड़ी से अलग होने की घोषणा कर दी है। प्रकाश आम्बेडकर अकोला से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि प्रकाश आम्बेडकर ने नागपुर में कांग्रेस के प्रत्याशी का समर्थन करने की बात कही है। ध्यान रहे कि नागपुर से भाजपा के दिग्गज नेता और केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी चुनाव लड़ रहे हैं। इस बीच उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने 16 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में अजीत पवार के चलते कई जगह कड़े मुकाबले होंगे तो सतारा सीट पर भी मामला फंस गया है। मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट पर भी सांसद पिता की सीट पर बेटा प्रत्याशी है। यहां पर भी मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है। राज्य में सात चरणों 48 सीटों पर मतदान होगा।
महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन की कोशिशों को एक बार फिर झटका लगा है। दरअसल वंचित बहुजन आघाड़ी ने महाविकास आघाड़ी में शामिल नहीं होने का ऐलान कर दिया है। वंचित बहुजन आघाड़ी ने पहले फेज के अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। प्रकाश आंबेडकर अकोला से चुनाव लड़ेंगे। इसी के साथ प्रकाश आंबेडकर ने नागपुर में कांग्रेस के उम्मीदवारों के समर्थन की घोषणा की। वंचित बहुजन आघाड़ी राज्य समिति ने नागपुर से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार का समर्थन करने का निर्णय लिया है। वंचित बहुजन आघाड़ी राज्य समिति ने सांगली से यदि प्रकाश शेंडगे (ओबीसी बहुजन पार्टी) को नामांकित किया जाता है तो उनका समर्थन करने का निर्णय लिया है। नागपुर में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला किया गया है। आम चुनाव 2024 के लिए 7 चरणों में मतदान की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। मतदान 19 अप्रैल से शुरू होगा और 1 जून को समाप्त होगा। इसके बाद 4 जून को मतगणना की जाएगी। उत्तर प्रदेश की 80 सीटों के बाद महाराष्ट्र में सबसे अधिक 48 सीटे हैं।
महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 16 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी गई है। शिवसेना नेता संजय राउत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर 16 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करते हुए एक पोस्ट शेयर किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर किया है। इनमें बुलढाणा-नरेंद्र खेडकर, मुंबई दक्षिण – अरविंद सावंत, परभणी-संजय जाधव, यवतमाल वाशिम- संजय देशमुख, सांगली- चंद्रहार पाटिल, हिंगोली- नागेश पाटिल, संभाजी नगर- चंद्राकर खैरे, शिर्डी- भाऊसाहब, नाशिक-राजाभाऊ वाजे, राजगड- अनंत गीते, सिंधुदुर्ग-रत्नागिरी-विनायक राऊत, ठाणे- राजन विचारे, मुंबई पूर्वोत्तर- संजय दिना पाटील, मुंबई दक्षिण- अरविंद सावंत, मुंबई उत्तर पश्चिम- अमोल कीर्तिकर और परभणी से संजय जाधव प्रत्याशी हैं।
अमोल कीर्तीकर को मुंबई उत्तर पश्चिम से टिकट मिला है और इसी सीट से संजय निरुपम भी टिकट की मांग कर रहे थे। एमवीए के एक अन्य घटक दल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने लोकसभा चुनाव के लिए अभी तक राज्य में अपने उम्मीदवारों की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। दूसरी ओर, तीसरे घटक दल कांग्रेस ने कुछ ही सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। ये वो सीट हैं जहां गठबंधन सहयोगियों के बीच कोई विवाद नहीं है।
लोकसभा चुनाव से पहले मुंबई की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प होता नजर आ रहा है। दरअसल, महाविकास आघाड़ी संगठन में अभी तक सीट शेयरिंग पर मुहर नहीं लगी है लेकिन इसके बावजूद उद्धव ठाकरे ने मुंबई उत्तर पश्चिम की सीट से अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। अमोल कीर्तिकर, एकनाथ शिंदे की पार्टी के सांसद गजानन कीर्तिकर के बेटे हैं। इतना ही नहीं वह खुद टिकट के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के संजय निरुपम भी इसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसी अफवाहें भी सामने आ रही हैं कि यदि कांग्रेस से उन्हें ये सीट नहीं मिली तो वह बीजेपी का दामन भी थाम सकते हैं। वैसे तो संजय निरुपम ने इन अफवाहों को खारिज कर दिया है लेकिन राहुल गांधी की शिवाजी पार्क में आयोजित सभा में वह शामिल नहीं हुए थे।
अमोल कीर्तिकर कहते हैं कि मैं जिस पार्टी के साथ जुड़ा हुआ हूं, उसके सभी आदेशों का मैं पालन करूंगा। उन्होंने कहा, सामने कोई भी हो मुझे विचारों की लड़ाई लड़नी है और मैं इसे लड़ूंगा। अमोल कीर्तिकर ने कहा, 18 साल की उम्र हो जाने के बाद हर व्यक्ति बालिग होताा है और ऐसा हमारा संविधान कहता है। मैं यदि अपने घरवालों से पूछकर मतदान नहीं करता तो यह अधिकार भी मुझे संविधान से प्राप्त हुआ है। मुझे पिता जी हाथ पकड़कर जिस पार्टी में ले गए थे, मैं आज भी उसी पार्टी के साथ खड़ा हूं। उन्होंने कहा, यह सवाल विचारधारा का है और मैं ठाकरे जी के साथ आगे बढ़ना चाहता हूं। मैं ठाकरे जी पर भरोसा करता हूं और उन्होंने एक ही बात कही थी कि मुझे जैसे संभाला, वैसे ही उद्धव को भी संभाला, आदित्य को भी संभाला और हमारा उद्देश्य महाराष्ट्र का विकास करना है।
अमोल ने कहा, मैंने पार्टी नहीं बदली, किसी और ने बदली है। हम अब भी साथ में रहते हैं और मैं अपने पिता का आदर करता हूं। मैं बहुत छोटा हूं। मैं उनको प्रणाम करता हूं और उनके पैर छूता हूं लेकिन ये फैसला मैंने उनका आदर करके ही लिया है।
महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के सहयोगियों के लिए राज्य में सतारा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवार का चयन चुनौती बन सकता है क्योंकि भाजपा के राज्यसभा सदस्य उदयनराजे भोसले सहित सहयोगी दलों के नेता इस सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे हैं। भोसले 17वीं सदी के मराठा शासक छत्रपति शिवाजी के वंशज हैं। उन्होंने उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। पूर्व सांसद को सतारा लोकसभा सीट पर पार्टी की तरफ से का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है। जाधव ने कहा कि चूंकि उनकी पार्टी (अविभाजित शिवसेना) परंपरागत रूप से इस सीट से चुनाव लड़ती रही है, इसलिए वह इस संसदीय क्षेत्र के लिए महायुति की स्वाभाविक पसंद हैं। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)